प्रबुद्ध सौरभ के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में लाइव म्यूजिकल बैंड के साथ भजन, संगीत, चौपाई में पिरोई राम मंदिर की गाथा बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत की गई। करीब 75 मिनट के इस कार्यक्रम में महाराज विक्रमादित्य द्वारा श्रीराम मंदिर निर्माण से लेकर, अहिल्याबाई होल्कर द्वारा जीर्णोद्धार, बैरागी साधुओं का संघर्ष, गर्भगृह से रामलला को निकाला जाना, रामलला का प्रकट होना, कार सेवा, कोठरी बंधुओ का बलिदान, राजनैतिक उथल पुथल और राममंदिर के भव्य निर्माण तक की कहानी शामिल रही।
केंद्रीयमंत्री कुलस्ते ने कहा कि भगवान राम से करोड़ों लोगों की आस्था जुडी हुई है। इसलिए 22 जनवरी को अपने जन्मस्थान में भगवान् के विराजमान होने से सभी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि लम्बे संघर्ष के बाद बन रहे मंदिर की गाथा से सभी को परिचित होना चाहिए इसी उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने सभी को इसके लिए बधाई और शुभकामनाएं देते हुए प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में उत्साह पूर्वक शामिल होने का आव्हान किया।
केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने बताया कि उनके गृह ग्राम में उनके पिताजी ने 6 दिसंबर 1992 को एक राम मंदिर का भूमि पूजन किया था। लेकिन किसी कारणवश मंदिर निर्माण पूर्ण नहीं हो सका था। अब 22 जनवरी को ही उस मंदिर में भी प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। उन्होंने इस अवसर पर सभी को आमंत्रित किया।
वहीँ कार्यक्रम के निर्देशक प्रबुद्ध सौरभ ने कहा कि यदि कहानियां अगली पीढ़ी तक नहीं पहुंचेगी तो वो पीढ़ी संस्कृति और परम्पराओं से नहीं जुड़ पायेगी। इससे धीरे धीरे परिवार और समाज में विकृतियां आएँगी। इसलिए यह कहानिया सुनना जरुरी है। इस दौरान उन्होंने सभी से इस कहानी को अपने घर, परिवार में बच्चों को सुनाने की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, भाजपा जिला अध्यक्ष भीष्म द्विवेदी, नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना, एसपी रजत सकलेचा, पूर्व विधायक देव सिंह सैयाम सुधीर कसार, प्रफुल्ल मिश्रा थामन बरमैया राजेश जैन राजेश पाठक नरेश कछवाहा विवेक अग्निहोत्री, जय दत्त झा अनुराग चौरसिया, अंशुमाली शुक्ला पूरन ठाकुर, नीलेश बाजपाईं उमेश शुक्ला अमृतपाल सिंह सेखों सहित बड़ी संख्या में आम जन मौजूद रहे।