साहब पीने के साफ पानी कब तक मिल पाएगा करोड़ों का चल रही है नल जल योजना…योजनाओं की शिलान्यास बढ़ा रहे शोभा…

 

रेवांचल टाईम्स – मंडला आदिवासी बाहुल्य जिले में गरीब आदिवासियों के उत्थान के लिए सैकड़ो योजनाएं तो चल रही है पर ये योजनाएं कितनी कारगार साबित हो रही है ये देंखेने वाला जिम्मेदार कोई नही है, जिले में लाखों करोड़ो की लागत से कार्य स्वीकृत होते है पर वह भ्रस्ट तन्त्र के हाथों भ्रष्टाचार के शिकार हो रहे है और योजनाएं आती है और वह पूर्ण भी हो जाती है सरकार की सरकारी पोर्टल में सब कार्य ओके टेस्टेस दिखाते है पर उनकी जमी हकीकत तो मौके में जाके ही देखा जा सकता है, की वह कितनी सही है और कितने लोग उस योजना लाभांवित हुए ये कौन और कब देखा गा क्योंकि ये आदिवासी जिला भ्रस्ट और भ्रष्टाचार करने का चरागाह साबित हो रहा है,
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्षों से चींख रहा विकास खंड मुख्यालय मोहगांव में निर्मित पानी फिल्टर- जिम्मेदारों के कानों तक नहीं पंहुच रहा इसकी आबाज- गंदे वा मैले पानी पीने को मजबूर हैं मोहगांव निवासी आमजन,
मंडला जिले का ऐसा कोई ग्राम पंचायत या विकास खण्ड भ्रस्ट और भ्रष्टाचार ग़बन से अछूता नही है हर डाल में गिद्ध सरकारी योजनाओं में मिलने वाली राशि पर नजर गड़ाए हुए है, वही विकास खंड मोहगांव में लापरवाही एवं भ्रष्टाचार कि जड पूर्व से मजबूत है और विकास खंड मुख्यालय से लेकर समूचे विकास खंड मोहगांव में सासन द्वारा आमजन के लिए स्वीकृत किए जाने वाले विभिन्न कार्यों पर विभागीय अधिकारियों एवं सम्बंधित कार्य का निर्माण एजेन्सी के द्वारा जमकर कर भ्रष्टाचार किया जाता है,बह चाहे जितना भी महत्वपूर्ण और आवश्यक कार्य ही क्यों ना हो ऐसे कई उदाहरण विकास खंड मुख्यालय मोहगांव सहित पूरे छेत्र में देखने को मिल जायेंगे आइए हम आपको विकास खंड मुख्यालय मोहगांव में निर्माण आधीन व लापरवाही एवं भ्रष्टाचार के नीचे दबे हुए है रैट्रोफिटिंग नलजल योजना कि हकीकत बताते हैं, आपको बता दें कि वर्ष- 2020-21 में ग्रामीण नलजल प्रदाय योजना के तहत विकास खंड मुख्यालय मोहगांव के ग्रामीणों द्वारा पूर्व से किए जा रहे-पीने कि पानी कि मांग को देखते हुए जल जीवन मिशन के तहत ग्राम मोहगांव माल में- रैट्रोफिटिंग नलजल योजना के तहत कार्य स्वीकृत किया गया था जिसकी लागत 1 करोड 23 लाख 1 हजार रुपए है, एवं विगत वर्ष-30-8-2021 दिन सोमवार को मंडला सांसद एवं केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते,भारत सरकार तत्कालीन राज्यसभा सांसद श्रीमती सम्पतिया उइके, निवास विधान सभा के तत्कालीन विधायक अशोक मर्सकोले, तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष मंडला श्रीमती सरस्वती बाई मरावी सहित क्षेत्रीय एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि वा ग्राम के वरिष्ठ जनों कि उपस्थिति में उक्त स्वीकृत कार्य का भूमिपूजन किया गया, वही प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त कार्य को निर्माण ऐजेंसी को एक वर्ष में पूर्ण करने का समय दिया गया था, किंतू कार्य को सुरू हुए लगभग दो वर्ष पूर्ण हो चुका है किंतू आज भी उक्त कार्य अपूर्ण है और उक्त पानी फिल्टर सिर्फ एक सो पीस बनकर रह गया है, आज भी विकास खंड मुख्यालय मोहगांव के आमजन साफ पानी पीने को मोहताज हैं, पर अब देखने बाली बात ऐ है कि क्या भविष्य में यह करोड़ो रूपये से निर्मित पानी फिल्टर प्लान्ट से मोहगांव के लोगों को पीने कि पानी उपलब्ध हो पाएगा या फिर विकास खंड में पूर्व से जड जमाए भ्रष्टाचार कि भेंट चढ़ जाएगा।

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