सीधे बाबू की फाइलें बैक डेट में कुलसचिव कर रहे स्वीकृत
कर्मचारी संघ ने लगाये गंभीर आरोप, धरना प्रदर्षन जारी
रेवांचल टाईम्स – प्रभारी कुलसचिव दीपेष मिश्रा द्वारा लेखा शाखा में लिपिक संजय यादव के साथ मिलकर लगातार वित्तीय अनियमितताएं की जा रही है, उक्त साक्ष्य सहित षिकायत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह और महासचिव राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला द्वारा कुलगुरू को की गई है। उन्होंने बताया कि दिनांक 30.01.2024 को कर्मचारियों के विदाई समारोह के आयोजन का व्यय कार्य पहले तो बिना पूर्व प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के किया गया। बाद में लेखा शाखा में पदस्थ लिपिक संजय यादव द्वारा अनुभाग अधिकारी, सहायक कुलसचिव और वित्त नियंत्रक तीनों अधिकारियों की बिना अनुशंसा के सीधे प्रभारी कुलसचिव को मार्क की जिनके द्वारा नियमों को ताक पर रखकर स्वीकृति प्रदान की गई। यही नियम विरूद्ध प्रक्रिया दिनांक 29.02.2024 को आयोजित विदाई समारोह के आयोजन व्यय के लिये भी अपनाई गई, जिससे इन दोनों व्यक्तियों के बीच की सांठ-गांठ सुस्पष्ट है।
कर्मचारी संघ ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त स्वीकृति बैक डेट में प्रदान की गई है। क्योंकि उक्त नस्ती ना तो लेखा शाखा के आवक-जावक पंजी में दर्ज है और ना ही कुलसचिव कार्यालय के। साथ ही व्यय पूर्व प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के लिये नियमानुसार व्यय की संबंधित मद का बजटीय प्रावधान अंकित किया जाना अनिवार्य होता है, किन्तु इन प्रकरणों में स्वीकृति के पूर्व किसी में भी बजट प्रावधान अंकित नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि संजय यादव द्वारा फाइले सीधे मार्क करने के लिये विगत दिवस कुलगुरू द्वारा भी उनसे स्पष्टीकरण भी लिया गया है। यदि जांच कराई तो निष्चित रूप से और भी गंभीर अनियमितताएँ प्रकाष में आयेंगीं।
उल्लेखनीय है कि श्री संजय यादव, जो कि मेडिकल स्केण्ड के मुख्य आरोपी हैं, जिस पर उत्तर पुस्तिकाओं की हेरा-फेरी करने के आरोप लगे हैं, कई माह तक कारागार में बंद रहे हैं, एक वर्ष से अधिक समय तक फरार रहे हैं, और लगभग 13 वर्ष तक निलंबित रहे हैं, ऐसे आपराधिक प्रकृति के व्यक्ति को सेवा से बहाल कर लेखा शाखा में विष्वविद्यालय के लाखों-करोड़ों रूपये के देयकों के परीक्षण कार्य हेतु इसीलिये पदस्थ किया गया है, ताकि वे खुलकर आर्थिक अनियमितताओं को अंजाम दे सकें।
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह पटैल ने कहा कि यही कारण है कि कर्मचारी संघ द्वारा कर्मचारियों की जायज मांगों और भ्रष्टाचार के विरोध में किये जा रहे शांतिपूर्ण अनषन से हो रहे विरोध का बचाव करने के लिये संबंधित लिपिक द्वारा कुछ कर्मचारियों से हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। विष्वविद्यालय के लगभग सभी कर्मचारी संघ के साथ हैं, और कुलसचिव की कर्मचारी विरोधी गतिविधियों से आक्रोषित हैं।
क्रमिक अनषन के आज पांचवे दिन प्रेम शंकर पाण्डेय अनषन पर बैठे। अधिवक्ताओं का दल जिसमें श्याम सुन्दर यादव, प्रभात कुमार, मलय यादव, रूपेष पटेल, मुकेष सिंह, अमित पटैल, राकेष मिश्रा आदि ने धरने प्रदर्षन में शामिल होकर कर्मचारी संघ को खुला समर्थन दिया है।
इस अवसर पर कर्मचारी संघ के रजनीष पाण्डेय, बीरेन्द्र कुमार तिवारी, राम सिंह, रजनीष त्रिपाठी, शोभनाथ रैदास, विक्रम उइके, सुखदीन कटारे आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
(वीरेन्द्र सिंह पटेल) (राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल)
अध्यक्ष महासचिव