स्थाई और निरंतर आजीविका के माध्यम से बैगाचक ग्राम चाड़ा का होगा सर्वांगीण विकास
ग्राम चाड़ा को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने के संबंध में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित हुई बैठक
दैनिक रेवांचल टाइम्स डिंडोरी, कलेक्टर श्री हर्ष सिंह की अध्यक्षता में आज बुधवार को कलेक्ट्रट सभाकक्ष में आकांक्षी विकासखण्ड कार्यक्रम के तहत ग्राम चाड़ा को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने के संबंध में नीति आयोग दिल्ली के अधिकारी एसआरओ श्री रामराव मुण्डे एवं सीनियर कंसलटेंट श्री आरिफ अख्तर की उपस्थित बैठक आयोजित हुई। उक्त बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री अनिल कुमार राठौर, एसडीएम बजाग सुश्री भारती मेरावी, जिला योजना अधिकारी श्री ओ.पी. सिरसे सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने नीति आयोग के अधिकारियों के समक्ष बजाग तहसील के ग्राम चाड़ा की आधारभूत जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम चाड़ा में कुल जनसंख्या 1087 है, जिसमें से पीव्हीटीजी जनसंख्या 585 है। चाड़ा ग्राम अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है एवं बैगा समुदाय यहां मुख्य रूप से निवासित हैं। चाड़ा को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जाना है, जिसके लिए नीति आयोग के अधिकारियों ने कार्ययोजना बनाने पर संबंधित विभाग अधिकारियों से चर्चा की। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना, नलजल योजना, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, जनधन योजना सहित अन्य शासकीय योजना का लाभ चाड़ा में दिया जा रहा है, जिनमें से कई योजनाओं में लक्ष्य प्राप्त किये जा चुके हैं। शेष कार्यों को पूरा करने के लिए योजनागत रूप से कार्य किये जा रहे हैं। चाड़ा में अब मोबाईल कनेक्टिविटी की भी शुरूआत हुई है।
नीति आयोग के अधिकारियों ने चाड़ा को आदर्श ग्राम के रूप में बनाने के लिए ग्राम में सतत आजीविका का विकास करने के लिए कहा। स्थाई और निरंतर आजीविका के माध्यम से सर्वांगीण विकास किया जा सकता है। इसके लिए सभी विभाग कार्य योजना बनाकर अपने प्रस्ताव भेजें और क्रियान्वयन करें, जिससे आदर्श ग्राम के रूप में चाड़ा का विकास हो सकेगा। विकासात्मक कार्यों की प्रगति का अवलोकन करने के लिए निरीक्षण करते रहें।
नीति आयोग के अधिकारियों ने संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ आदर्श ग्राम बनाने के लिए चाड़ा का निरीक्षण किया और क्षेत्र को विकसित करने के लिए कार्ययोजना के संबंध में आवश्यक जानकारी दी।