रेवांचल टाइम्स नारायणगंज मंडला ग्राम पंचायतों में मनमानी और भ्रष्टाचार किसी से छुपी नही है सरकारी योजनाओं में कैसे गबन और भ्रष्टाचार करना है सरपंच सचिव और रोजगार सहायक को कैसे मस्टर में हाजरी भरनी है करीबियों रिस्तेदारों के नाम पर मटेरियल सप्लायर के नाम पर बिल लगा दिए जाते है इन्हें किसी का डर नही है शिकायत तो होती रहती है कोई फर्क नही पड़ता जाँच के नाम पर केवल औपचारिकता कर खानापूर्ति कर दी जाती है ग्रामीण शिकायत करते है और थक हार कर शांत हो जाते है जांच अधिकारी जांच कर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है
वही ऐसा ही कारनामा जनपद पंचायत नारायणगंज की मैली ग्राम पंचायत का सामने आया है जहाँ पर हल्का नंबर 47 रकबा 175 की निजी भूमि स्वामी मदन सिंगरोरे रुक्मणि सिंगरोरे प्रभा सिंगरोरे की निजी जमीन में पंचायत के द्वारा बिना अनुमति बिना पटवारी से नाप कराए चुप चाप नियम विरुद्ध हो रहा गुणवत्ता हीन सड़क का निर्माण,
कृषकों की जमीन की मिट्टी खोद कर किया अवैध खनन कर पंचायत ने बना दिया तलाब
ग्राम पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि सरपँच सचिब ने शासन प्रशासन को ठेंगा दिखा कर सारे नियम और कानून को अपने पैरों के नीचे कुचल कर ग्राम पंचायत मैली के द्वारा निर्माण करा रही है अवैध निर्माण, बिना ले आउट डाले, बिना स्टीमेट और बिना पटवारी के नाप किये बिना श्मशान घाट सड़क निर्माण कार्य गुणवत्ता हीन युक्त चल रहा कार्य
कृषकों ने दिया जिला कलेक्टर के नाम तहसीलदार को आवेदन
वही जानकारी के अनुसार भूमि स्वामी कृषकों का कहना है, कि ग्राम पंचायत मेली द्वारा बिना पटवारी के नाप किए बिना हमारी अनुमति औऱ बिना सहमति के हमारी लगानी जमीन में निर्माण कार्य करा रही है ग्राम पंचायत मैली ने हमारी जमीन खुदाई कर मिट्टी का उपयोग किया और उसको तालाब जैसा बना दिया है,ये सभी काम हमारे समझाने और मना करने पर भी निर्माण कार्य चालू है, जो पूर्ण रूप से अवैध गुणवत्ता हीन कार्य तीव्र गति से चालू है।
निर्माण कार्य में हो रहा खुला भ्रष्टाचार
जैसा कि ग्राम पंचायत एजेंसी द्वारा रोड एवं सड़क निर्माण पर 10 फीट की चौड़ाई एवं 8 इंच की मोटाई होना अनिवार्य होता है और चार इंच का बेस डालना अनिवार्य होता है यहां पर बिना बेस डाले ही रोड का निर्माण हो रहा है जिसकी शिकायत तहसीलदार नारायणगंज को लिखित आवेदन देकर पंचायत के द्वारा अवैध मिट्टी का खनन करवाया गया है, स्थानीय लोगो ने माँग की है उक्त निर्माण की जांच करते हुए जिम्मेदारो के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है। औऱ लिखित आवेदन कलेक्टर मंडला को दिया है।