रेवांचल टाईम्स – मंडला, पिंडरई मिलती नगरी में परम पूज्य भाचार्य मयखडणे विद्यासागरजी महाराज एवं नगचार्य भी समय बागसी महापन के पंगत आर्शीवाद से राज्य निर्मायक अमा मुनि श्री समता सागरजी महाराज की एवं ऐलक श्री निश्चय सागरजी, ऐलकती निजानंद सागरजी के संघ एवं आर्थिका रत्न १०५ श्री चिंतन मतिमाता जी के संसघ पेव कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सन के तृतीय दिवाल पत्५. 18 श्री समता बागरकी महा राज का भव्य पिद्धि का परिवर्तनसमारोह आए दोपहर रखने से होगा
पेवकल्याण के प्रथम दिवस पर यात्रा एवं ध्वजारोहन के साथ समान्त हुमा एवं द्वितीयदि गर्मी कल्याणक के पूर्व क्रिया ये हुई एवं श्री জাভিলা नवीन जिनालय में याग मेडल विधान सम्पन्न हुआ जिसका इस पंचकल्याणक में वाणी भूषण मे प्रध्मचारी विनय भैया ने कार्यक्रम विधान सम्मान करवाया।