कृषि उपज मंडी बिछिया के उपनिरीक्षक छत्तीसगढ़ से आने जाने वाले वाहनों से कर रहे अवैध वसूली

.जुर्माना दर से ले रहे अतिरिक्त पैसा, पीडि़त व्यापारी ने मंडी सचिव से की शिकायत

रेवांचल टाईम्स – मंडला, इन दिनों मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ आने जाने वाले ट्रक ड्राइवर सहित व्यापारियों से धड़ल्ले से अवैध वसूली की जा रही है। जहां मंडला जिले के मोतीमाला, मवई, सिंझौरा, अंजनिया, बिछिया, चारूटोला चैक पोस्ट पर माल वाहनो को रोककर अवैध वसूली की जाती है। ये पैसा सरकारी फीस चुकाने के बाद अलग से लिया जा रहा है। ये आरोप किसी गुंडे बदमाश पर ही नहीं, बल्कि कृषि उपज मंडी बिछिया के उप निरीक्षकों पर लग रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अवैध वसूली का एक अनोखा मामला देखने को मिला जहां बिछिया कृषि उपज मंडी के उप निरीक्षक आकाश ठाकुर और ब्रजेश नामदेव ने छत्तीसगढ़ जा रहे एक मक्का वाहन को रोका और पांच गुना मंडी जुर्माना 53 हजार 836 के साथ 20 हजार रूपए अतिरिक्त शुल्क देने की बात कहीं, व्यापारी ने 20 हजार रुपए अतिरिक्त शुल्क न देने को कहा, और जैसे ही यह मामला मीडिया के सामने आया तो मंडी उप निरीक्षकों ने शासकीय मंडी के रशीद में छेड़छाड़ करते हुए नियम विरुद्ध तरीके से 20 हजार रुपए अतिरिक्त जोड़ दिया गया। जबकि नियामानुसार शासकीय जुर्माना रसीद में छेडख़ानी न करके नया जुर्माना रसीद जारी की जानी थी लेकिन उपनिरीक्षकों ने ऐसा नही किया, उन्होंने अतिरिक्त राशि जोडक़र 73 हजार 836 का जुर्माना रसीद जारी कर दिया।
वही हैरानी की बात यह है कि इस संबंध में व्यापारी अक्षय साहू ने इसकी शिकायत बिछिया कृषि उपज मंडी सचिव कन्हैया मरकाम से की, तो उपनिरीक्षक आकाश ठाकुर और ब्रजेश नामदेव ने अपने आप को सही साबित करने के लिए फर्जी तरीके से व्यापारी का फर्जी बिल बना दिया गया, जबकि व्यापारी का कहना है कि बिना मेरे हस्ताक्षर हुए ये बिल कैसे हो सकता है। जबकि मेरा बिल 8 लाख 13 हजार 936 रूपए का है, और मंडी सचिव को पेश किया गया कम्प्यूटर से कूट रचित बिल 11 लाख 47 हजार 280 रूपए का बगैर व्यापारी के हस्ताक्षर किया गया बिल की जानकारी मंडी सचिव के दी गई। जबकि व्यापारी का कहना है कि इतनी बड़ी रकम का बिल कैसे हो सकता है। यह पूर्ण रूप से फर्जी है जिसकी उचित जांच कराई जाए।
मक्के की गाड़ी जो कि संतोष इमरत ट्रेडर्स पलारी जिला सिवनी के नाम से थी इसे रोका गया। जिसमें 328.20 क्वींटल मका लोड़ था जिसके वैध दस्तावेज नही पाए गए जिस पर 8 लाख 13 हजार 936 रूपए का माल होने पर पांच गुना जुर्माना लगाया जाना था जिस पर समझौता शुल्क एवं निराश्रित शुल्क मिलाकर 53 हजार 836 रूपए का जुर्माना नियत किया गया था लेकिन संबंधित निरीक्षकों के द्वारा 73 हजार 836 रूपए का जुर्माना लगाने की बात कर राशि ली गई। जिस पर व्यापारी के विरोध के बाद दी गई रशीद में छेड़छाड़ करते हुए ओवर राइटिंग की गई है। वहीं इस पूरे प्रकरण में मजेदार बात यह है कि अवशेष कीमत भी जोड़ी गई है जो कि मंडी अधिनियम के अंतर्गत कहीं पर भी लागू नही है। उप निरीक्षकों के द्वारा अन्य वाहनों से भी अधिक राशि वसूली गई है।

इनका कहना है कि…
मामला मेरे संज्ञान आया है इस तरह का कृत्य मेरे विधानसभा क्षेत्र में किया जा रहा है मैं कदा ही बर्दाश नही करूंगा। मुझे जानकारी लगी है कि कृषि उपज मंडी बिछिया से संबंधित उपनिरीक्षक आकाश ठाकुर और ब्रजेश नामदेव के द्वारा पांच गुना मंडी जुर्माना के साथ अवैध तरीके से अतिरिक्त पैसा सिवनी के व्यापारी से मांगा गया जो पूर्णत: गलत है। मैं तत्काल उपसंचालक को पत्र लिखकर संबंधित उपनिरीक्षक पर कड़ी कार्यवाही करूवाऊंगा। ऐसे उप निरीक्षक मेरे क्षेत्र में बिल्कुल भी नही होने चाहिए जो व्यापारियो को प्रताडि़त करता हो।
बिछिया विधायक मंडला

मेरी गाड़ी मोतीनाला के मंगली के पास रोका गया था जिसमें 328 क्विंटल मक्का लोड था जिसका बिल 8 लाख 13 हजार 936 था जिसका संबंधित उपनिरीक्षकों के द्वारा अनुज्ञा पत्र मांगा गया लेकिन मेरे पास अनुज्ञा पत्र था, जिसका पांच गुना मंडी जुर्माना 53 हजार 836 रूपए लेना था लेकिन मुझसे 73 हजार 836 लिया गया। जिसकी शिकायत मैंने मंडी सचिव से की है साथ उपनिरीक्षकों के द्वारा मेरा फर्जी बिल सचिव को दिखा गया है जिसकी मैं उचित जांच की मांग करता हूं।
अक्षय साहू, पीडि़त व्यापारी
मैनापिपरिया, पलारी जिला सिवनी

ऐसा नही है ये अवैध वसूली नही है ये वाहनों पर वैधानिक कार्यवाही है जिसका पांच गुना जुर्माना अनुज्ञा पत्र न होने पर लिया जाता है लेकिन एक मामला मेरे संज्ञान में आया है जिसका मेरे पास दो बिल आए हैं एक बिल संबंधित उपनिरीक्षकों के द्वारा दिया गया और दूसरा बिल मैनापिपरिया का व्यापारी ने दिया है। साथ ही पीडि़त व्यापारी ने अपने लेटर पेड में अतिरिक्त 20 हजार रूपए देने और फर्जी बिल की शिकायत की है। मैं एक सप्ताह में दोनो बिल की पुष्टि करते हुए वैधानिक कार्यवाही करूंगा।
कन्हैया मरकाम, सचिव
कृषि उपज मंडी बिछिया मंडला

मैनापिरिया की गाड़ी मैंने ही रोकी थी जिसका मैने वैधानिक कार्यवाही की है। हां मैं मानता हूं कि संबंधित बिल में मैंने ओवर राइटिंग की है चूंकि रात का समय था लेकिन ऐसा नही है कि मैंने कोई अतिरिक्त पैसा नही है जो मंडी जुर्माना है वहीं लिया है अगर किसी प्रकार की अवैध वसूली की जानकारी सामने आ रही है तो मंडी सचिव इसकी जांच करेें।
आकाश ठाकुर, उपनिरीक्षक
कृषि उपज मंडी बिछिया मंडला

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