जनसुनवाई में 72 मामलों पर सुनवाई, कलेक्टर ने दिए त्वरित निराकरण के निर्देश

जनसुनवाई में कलेक्टर ने सुनी 72 आवेदकों की समस्या

मंडला। मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने विभिन्न अनुविभागों से आए 72 आवेदकों की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि जनहित से जुड़े आवेदनों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए

72 आवेदकों ने रखी अपनी समस्याएं

जनसुनवाई में कलेक्टर ने आवेदकों की समस्याओं का गहन परीक्षण किया और उनकी शिकायतों का समाधान सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, अनुकंपा नियुक्ति, फौती नामांतरण और अन्य विषयों से जुड़े आवेदन प्राप्त हुए।

  • ग्राम पंचायत खम्हेरखेड़ा की जाहीन फातिमा ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन दिया।
  • ग्राम सिमरिया के शिवप्रसाद विश्वकर्मा ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाने की मांग की।
  • साजपानी बिलगांव के घंसराम तेकाम ने फौती नामांतरण का मुद्दा उठाया।

अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी

कलेक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि समस्याओं के त्वरित और स्थायी समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जनहित के मामलों में देरी न हो और आवेदकों को समय पर समाधान मिल सके।

अधिकारियों की उपस्थिति

जनसुनवाई में कलेक्टर के साथ-साथ सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट, अपर कलेक्टर राजेंद्र कुमार सिंह, डिप्टी कलेक्टर क्षमा सराफ, एसडीएम मंडला सोनल सिडाम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

कलेक्टर का निर्देश: जनहित सर्वोपरि

कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य आमजन की समस्याओं का समाधान करना है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे हर आवेदन को गंभीरता से लें और ऐसे मामलों में कोई कोताही न बरतें, जिनसे जनहित प्रभावित हो।

विशेषज्ञों की राय में, जनसुनवाई जैसे प्रयास प्रशासन और आमजन के बीच विश्वास की नींव को मजबूत करते हैं। मंडला जिले में यह प्रक्रिया प्रशासनिक कार्यों की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ावा देती है।

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