PHE.विभाग द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर टंकी निर्माण कार्य कराया गया फिर भी टंकी से पानी का रिसाव जारी

PHE.विभाग द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर टंकी निर्माण कार्य कराया गया फिर भी टंकी से पानी का रिसाव जारी

 

रेवांचल टाईम्स – जिले से लेकर गाँव गाँव तक नल जल घर घर पानी पहुँचाने की योजना सरकार मंशा फेरते ठेकेदार पंकज तिवारी और PHE विभाग के उच्च अधिकारियों की मिली भगत के चलते पानी की टंकी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट और जिम्मदारों ने आँख कान मूंद कर अपना अपना निजी स्वर्थो को सिद्ध करने में जुटे जो इन्हें जनहितकारी जनहित से कोई सरोकार नही।

डिंडोरी, मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले के विकासखंड मेहंदवानी का मामला प्रकाश में आया है जहां P.H.E विभाग के अफसर व ठेकेदारों की मनमानी के चलते सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन दम तोड़ते नजर आ रही है अभी तो गर्मी शुरू हुई है और जिले में जल संकट गहराने लगा है नल जल योजना के भी फ्लॉप होने की जानकारी मिल रही है गर्मी के दिनों में अक्सर लगातार देखा जा रहा है कि जगह-जगह जल संकट गहराने लगा है और लोगों को पानी की बड़ी समस्या होने लगी है जिसके चलते लोगों जनसुनवाई में आवेदन से लेकर रोड जाम तक कर दिया है फिर भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है नल जल योजना के बारे में पंचायत के प्रतिनिधियों से लेकर बड़े-बड़े अधिकारियों तक ग्रामीण अपनी गुहार लगा चुके हैं लेकिन समस्या का निदान आज तक नहीं हुआ अभी समस्या का निदान नहीं हो सकता तो नहीं चाहिए ऐसी नल जल योजना लगातार नदी तालाब का गिर रहा जलस्तर कुछ जगह देख जाए तो कुछ ग्रामीण गंदा पानी पीने पर भी मजबूर हो गए हैं एक और हमारी सरकार लोगों को सर्व सुविधा के लिए करोड़ों अरबों रुपए खर्च कर रही है फिर भी हमारे जिले में बैठे अधिकारी उसे योजना पर पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जैसे कि PHE विभाग के अधिकारियों और उपयंत्री द्वारा नल जल योजना के तहत लगातार ठेकेदार पंकज तिवारी भोपाल के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है जब इस मामले में उप यंत्री लक्ष्मण भवेदी से बात की गई तो उन्होंने भी मेरे समय का कार्य नहीं होना बताया जिसकी पूरी देख-रेख उपयंत्री सुप्रिया मैडम द्वारा की गई है कहकर उन्होंने भी अपना पल्ला झाड़ लिया और कहां की अभी तो सिर्फ टंकी की टेस्टिंग चल रही है आखिर 2022 से निर्माण कर चालू होने के बाद क्या आज 2025 तक निर्माण कर में क्या टेस्टिंग ही चल रही है यहां तो अपने-अपने के हम सवाल हैं जबकि निर्माण कार्य की अवधि लगभग 9 महीने में ही खत्म हो जाती है फिर आखिरकार कछुआ की गति से क्यों चल रहा है कार्य ग्रामीणों ने बताया कि नल जल योजना के तहत हमें पानी अभी भी प्राप्त नहीं हो पा रहा है लोगों ने बताया कि डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी काफी मुश्किल से लाना पड़ता है ग्रामीणों का कहना है कि वोट मांगने के लिए तो नेता बड़ी-बड़ी गाड़ियों लेकर गांव तक पहुंच जाते हैं लेकिन पानी की समस्या के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को भी पानी की समस्या से कोई मतलब नहीं है हाल ही में कुछ दिनों पहले मेहंदवानी मैं पानी की समस्या को लेकर सड़क जाम किया गया था ग्रामीण लंबे समय से जल संकट की समस्या से जूझ रहे हैं यहां पर जल जीवन मिशन योजना भी स्वीकृत हो गई है उससे भी पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है जबकि गांव में पाइप लाइन का विस्तार भी सभी स्थानों पर सुचारू रूप से नहीं किया गया है मात्र दिखावे के लिए कुछ जगह पाइप बिछाए गए हैं जहां नल जल योजना मात्रा नाम के लिए रह गई है जैसा कि देखा जा रहा है लाखों रुपए की लागत से बनी पानी की टंकी से पानी का किस कदर रिसाव हो रहा है इस भ्रष्टाचार को झूठ लाया नहीं जा सकता है ठेकेदार पंकज तिवारी भोपालऔर विभाग की मिली भगत के चलते पानी की टंकी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट और जिम्मदारों ने अपनी आँख मूंद ली हैं।

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