विजय नगर (उखरी) को गांव खेड़ा समझ रहे बिजली वाले साहब….ट्रांसफार्मर उडऩा आम बात हो गई, शिकायत करो तो घंटों बाद पहुंचती है टीम…

1912 पर नहीं होती सुनवाई... एसई-डीई को कोई मतलब नहीं

रेवांचल टाईम्स – जबलपुर, बिजली वालों को कौन समझाए कि विजय नगर उखरी अब गांव खेड़ा नहीं रहा शहर बन चुका है। और अब जबलपुर के सबसे पॉश इलाकों में शुमार हो चुका हैं, पर यह पूरा क्षेत्र पिछले कई महीनों से बिजली वालों की लापरवाही और कनबहरी के कारण उखरी के हजारों लोगों को बेवजह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि उखरी में रहने वाले उपभोक्ताओं की हालत ऐसी हो चुकी है कि बिजली विभाग वाले उन्हें इंसान नहीं समझते। कभी भी उखरी के ट्रांसफार्मर उड़ जाते है तो कभी जल जाते हैं तो कभी लाइन में फाल्ट आ जाता है। ये समस्या आम हो चली है जिस कारण से घण्टो लाईट बंद रहती है और कोई नही सुनता है, दोनों ही परिस्थितियां यहां के लोगों के लिए सजा से कम नहीं होती हैं। एक बार लाइट बंद हुई तो फिर कब चालू होगी, कहना मुश्किल है। लोगों का कहना है कि उखरी में कुछ समय पहले तक हालात ठीक थे, परंतु जब से नए अधिकारी बिजली विभाग की जिम्मेदार कुर्सियों पर काबिज हुए हैं, तब से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से नीचे उतर चुकी है। और धप्प होती नजर आ रही हैं, ऐसा लगता है जैसे उखरी क्षेत्र में बिजली व्यवस्था का कोई धनीधोरी नहीं रह गया है।
पिस रहे ईमानदार उपभोक्ता
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी आम उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। लोगों का कहना है कि बिजली चोरी करने वाले इलाकों की सजा ईमानदार उपभोक्ताओं को भोगनी पड़ रही है। बेईमानी की चक्की में ईमानदार उपभोक्ता पीसे जा रहे हैं। जिन इलाकों में 50 फीसदी से ज्यादा लाइन लास है, वहां पर चौबीस घंटे बिजली दी जा रही है और जहां पर जीरो परसेंट लाइन लास है वहां के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।

1912 पर नहीं होती सुनवाई
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 1912 जारी किया गया है। इस नंबर पर लोग अगर शिकायत करते हैं तो उनकी सुनवाई नहीं की जाती है। 1912 वाले तो कम्प्लेन नंबर तक नहीं देते हैं। इससे उपभोक्ता अपनी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को भी नहीं बता पाता है। क्योंकि अधिकारी भी उपभोक्ता की समस्या निपटाने की बजाय उसे 1912 पर शिकायत करने के लिए कहता है।
वही जानकार बताते हैं कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा 1912 पर हर माह लाखों रुपए इसलिए खर्च किए जाते हैं ताकि उपभोक्ता की बिजली संबंधी समस्याओं का फौरी तौर पर निराकरण किया जा सके परंतु हालात जस के तस बने हुए हैं, उपभोक्ता के पास सिवाय हलाकान होने के कोई दूसरा उपाय नहीं बचा है।

जनप्रतिनिधि भी नहीं दे रहे ध्यान

वही पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की मनमानी चरम पर है और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि उखरी क्षेत्र की जनता हर दिन बिजली विभाग वालों की मनमानी और बिजली की आंख मिचौली से परेशान हो रही है, इसके बावजूद क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिधि उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए किसी तरह का प्रयास नहीं कर रहे हैं। इससे जनता में जनप्रतिनिधियों के प्रति खासी नाराजगी देखी जा रही है। जनप्रतिनिधियों की खामोशी को देखकर ऐसा लगता है जैसे उन्हें जनता की परेशानी से कोई सरोकार नहीं रह गया है।


वही बिजली की आँख मिचौली से उखड़ी और मुस्कान प्लाजा आदि प्लाजा और शातब्दीपुरम के आसपास लगे ट्रान्सफार्मर हर दिन हर घण्टे ख़राब हो रहे है और इन्हें सही तरीके से दुरस्त करने में बिजली विभाग जिम्मेदार नाकामयाब साबित होते नज़र आ रहे आये दिन बिजली गुल होने से इस क्षेत्र के रहवासियों के घर के फ़्रिज, ए सी, इलेक्ट्रॉनिक सामान की ख़राबी हो रही है,
रेवांचल समाचार और रेवा प्रिंटिंग प्रेस भी आये दिन हो रही है प्रभावित…

वही शातब्दीपुरम में ही दैनिक रेवांचल टाईम्स समाचार पत्र का कार्यालय भी है और उसी कार्यालय में अनेको समाचार पत्रों का भी प्रिंटिंग का कार्य भी किया जा रहा है शायद बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारियों और जिम्मेदारो का अपनी जिम्मेदारी के साथ साथ मीडिया का भी भय नज़र आ रहा है आये दिन बिजली की आँख मिचौली और घण्टो की कटौती से प्रिंटिंग प्रेस के साथ साथ इस वार्ड के रहवासी भी परेशान हो चुके है और अब उनका कहना है कि शिकायतें बहुत हुई अब सब मिलकर बिजली विभाग के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने को लेकर जल्द ही कलेक्टर महोदय और आयुक्त महोदय के नाम ज्ञापन सौपने की तैयारी में जुट गए है और वह चाह रहे है कि विजली विभाग अपना मेंटेनेंस कार्य सही और समय मे करे क्योंकि जल्द ही गर्मी का मौषम आने वाला है।

एसई-डीई को कोई मतलब नहीं

उखरी क्षेत्र की बिजली समस्याओं के निराकरण के लिए डीई और एसई को भी कोई मतलब नहीं रह गया है। यही वजह है कि उखरी फीडर में कार्यरत स्टाफ भी जनता की पीड़ा को दूर करने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है। लोगों का कहना है कि जब विभाग के अधिकारी ही बेपरवाह हैं तो उनके नीचे के स्टाफ से उम्मीद नहीं की जा सकती है। जल्द ही हमे समस्याओं से निजात दिलाये नही तो हमे ही बिजली विभाग के ख़िलाफ़ ठोस कदम उठाना पड़ेगा।
इनका कहना है….
आये दिन बिजली की आँख मिचौली से हम परेशान हो चुके है मौसम कैसा भी रहे पर बिजली नहीं रहती है और आये दिन उख़री और शातब्दीपुरम के आस पास बहुत से ट्रांसफार्मर लगे हुए ये कभी भी बोल जाते है और लाइट बंद हो जाती है आने का कोई समय नही है अब सब लोग परेशान हो चुके हैं जल्द ही कोई निराकरण करेगे बिजली विभाग के ख़िलाफ़।
अतुल कुमार
स्थानीय उपभोक्ता शातब्दीपुरम

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