अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यपालन अधिकारी रहते हैं गायब
रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिला में कानून व्यवस्था और नियम क़ानून की धज्जियां उड़ना और नियम को ताक पर रख वह सब कार्य होते है जो नियम विरुद्ध होते है पर मजाल है कि कोई जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी या फिर जनप्रतिनिधि कोई आवाज उठा दे या फिर नियम विरुद्ध हुए कार्य पर जाँच करा कर दोषियों पर कार्यवाही करवा सकें।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बिछिया का कार्यालय काफी दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है यहां पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं यही हाल जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का भी बताया जाता है कि इनका कार्यालय हमेशा टाइम बेटाइम में आना जाना रहता है, और दूर दूर से जनपद पर लोग तो अपना कार्य करवाने पहुँचते है पर कभी साहब नही रहते है तो कभी अध्यक्ष उपाध्यक्ष तो फिर बाबू समय पर उपलब्ध नही रहते हैं मनमाने तो तरीके से जनपद में कार्य चल रहा हैं। चर्चा चल रही है कि यहां पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्राम पंचायत में विकास कार्यों का अवलोकन नहीं कर रहे हैं, और न ही फील्ड में जाकर कोई काम का उनके द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है चर्चा तो यह भी चल रही है कि लोगो के समय मे कार्य नही हो रहे है जिस कारण से लोग इस बात से नाराज हो रहे हैं लोगों का कहना है की पहले घुघरी में ही पदस्थ रहे फिर कुछ समय इन्हें मंडला जनपद के प्रभार दिया गया फिर इन्हें जनपद पंचायत बिछिया में जनपद का कार्य भार सौपा गया और मुख्य कार्यपालन अधिकारी यहां पर पदस्थ किया इस लिए किया गया जो हमेशा कार्यालय में लोगों को आसानी से मिल सके और फील्ड में जाकर काम कर सके जब देखो तब यह कार्यालय सुनसान लगता है, जनपद पर साफ सफाई में भी ध्यान नही दिया जाता हैं, कार्यालय में अव्यवस्था के साथ साथ कार्यालय में पदस्थ बाबू भी मंडला से अपडाउन करते हैं जनपद पंचायत कार्यालय भवन की मरम्मत एवं रंग रोगन का काम नहीं किया जा रहा है जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति भी विशेष चर्चा का विषय बनी हुई है लोग भी नाराज होते जा रहे हैं।
वही कुछ जानकारों का कहना है कि इन्हें उपस्थित रहना चाहिए ताकि लोगों के काम यहां पर आसानी से हो सके मुख्य कार्यपालन अधिकारी को या तो यहां से हटा दिया जाए या फिर पूरी तरह पूरे समय सेवा प्रदान करने के लिए कहा जाए ऐसी जन अपेक्षा है।