रेवांचल टाईम्स – मण्डला, जिले की ग्राम पंचायतों में हुए और हो रहे भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है वही दूसरी बेलगाम सरपंच सचिव, रोजगार सहायक, और उपयंत्री सब साठगांठ कर सरकारी धन में खुली होली खेल रहे हैं वही शिकायत के बाद भी जांच के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी केवल खाना पूर्ति कर कागजों का पेट भर उन्हें ठंडे बस्ते में डाल देते है और अगर जाँच टीम ने ग़बन, भ्रष्टाचार सिद्ध कर भी दिया तो उन भ्रस्टो पर केवल नोटिश की कार्यवाही कर उन्हें खुला छोड़ दिया जाता है कि वह आगे और जाकर भ्रष्टाचार करे और अपने साथ साथ हमे भी फ़ायदा पहुचाये, कार्यवाही के नाम पर भ्रस्टो और भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण विभाग के जिम्मेदारो के द्वारा दिया जा रहा है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडला जिले की ग्राम पंचायत जामगाव जनपद पंचायत नैनपुर जिला मण्डला मै शासकीय योजनाओं और विभिन्न निर्माण कार्यों में जम कर खुला भ्रष्टाचार और भारी फर्जी वाडा करने का खुला आरोप स्थानीय लोगो ने लगाया है, यहां की पूर्व श्रीमती आशा देवी उइके और इनके सहयोगियों पर यहां के नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, ग्राम के प्रबुद्ध नागरिको के द्वारा लगाया जा रहा है जिसकी लिखित एवं पूरे साक्ष्यो के साथ शिकायत गत दिनों जिला कलेक्टर महोदया, जिला पंचायत मण्डला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित जिम्मेदार शासकीय तंत्र को आवेदन पत्र मय प्रमाण देकर शासकीय योजनाओं और विभिन्न निर्माण कार्यों में किया गया खुला भ्रष्टाचार की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है। कलेक्टर मण्डला को सौंपे गए पत्र मैं यह आरोप लगाया गया है कि यहां पर पंचायत के द्वारा दुकान किराये पर दिया गया है जिसकी संबंधित से एफ डी जमा करवाई गई थी जिसका ग्राम पंचायत मैं कोई भी लेखा जोखा नहीं, साथ ही इन दुकान दारो से प्रत्येक माह किराया लिया गया था जिसका भी कहीं पर पंचायत में उल्लेख नहीं है, इसी प्रकार ग्राम पंचायत की शासकीय कृषि जमीन पर भी पूर्व सरपंच का अवैध कब्जा विगत अनेक वर्षों से है जिसका भी यहां पर पंचायत में कोई भी उल्लेख नहीं किया गया है। पूर्व सरपंच और इनके सहयोगियों के द्वारा भी ग्राम पंचायत जामगाव मैं हुये शासकीय निर्माण कार्यों में भी जमकर भारी भ्रष्टाचार और फर्जी वाडा किया गया है। यहां पर प्रधानमंत्री आवास राजेंद्र भोला कुडापे के नाम से स्वीकृत किया गया था जिसे बगैर आवास बनाये पूरी शासकीय राशि निकाल ली गई,आज भी मौके पर प्रधानमंत्री आवास नहीं बना है। इसी प्रकार शासकीय उपस्वास्थ्य केंद्र का भवन तोड़ा गया था जिसका मलवा को कितने में बेचा गया और इसकी राशि कहा पर है कोई भी ग्राम पंचायत के दस्तावेजों में उल्लेख नहीं है। यहां पर ऐसे अनेकों शासकीय निर्माण कार्यों में भी जमकर भारी फर्जी वाडा किया गया है जो जिला प्रशासन के द्वारा निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच के दौरान हम सब के समक्ष उजागर होगा। पंचायत मैं पूर्व सरपंच की मनमानी चलती थी जो मन माफिक कार्यों को अंजाम दिया गया है जिसकी आड़ में जमकर शासकीय राशि में खुली होली खेली गई है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत जामगाव के नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और ग्राम के प्रबुद्ध नागरिको, सामाजिक कार्यकर्ताओ के द्वारा संबंधित वरिष्ठ अधिकारीयों एवं मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव, पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल, मध्यप्रदेश सरकार से जन मांग की गई है कि ग्राम पंचायत जामगाव मैं शासकीय योजनाओं और निर्माण कार्यों में हुये खुला भ्रष्टाचार, फर्जी वाडा की शीघ्र ही निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच करवाया जाये और पूर्व सरपंच,पंच, और इनके सहयोगियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाये, ऐसी जन हितैषी मांग की गई है।