यातायात थाना प्रभारी संगीता डामोर और थाना ओमती के उपनिरीक्षक बीडी द्विवेदी के खिलाफ परिवाद स्वीकृत… अब होंगे बयान
पुलिस विभाग में यातायात चेकिंग के दौरान रिश्वत लेने के आरोप हमेशा लगते रहे हैं जिससे विभाग द्वारा इनकार किया जाता है पर ताजा मामला कुछ इस तरह का है जिसमें रिश्वत के सबूत को कोर्ट ने भी मजबूत मानते हुए परिवाद को मंजूरी दी है अब आरोपी थाना प्रभारी यातायात संगीता डामोर और थाना ओमती उपनिरीक्षक बी डी द्विवेदी के खिलाफ माननीय विशेष न्यायाधीश (पी सी एक्ट) न्यायालय में विभिन्न धाराओं में परिवादी के बयान के लिए 2 मार्च को पेश होने को कहा है
अधिवक्ता मनीष मिश्रा द्वारा विज्ञापित देकर बताया गया कि आवेदक अधिवक्ता धीरज कुकरेजा एवं स्वप्निल सराफ के द्वारा श्रीमती संगीता डामोर, यातायात थाना प्रभारी जबलपुर एवं बीडी द्विवेटी, उपनिरीक्षक थाना ओमती जबलपुर के विरुद्ध धारा 13(1)(वी) एवं 13(2), 12. 7(क) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 एवं धारा 108 व 120 बी भा.दं.वि के अंतर्गत परिवाद पत्र अंतर्गत धारा 200 ८.प्र.सं. का श्रीमान विशेष न्यायाधीश लोकायुक्त (ई.ओ.डब्ल्यू.) एवं अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय जबलपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिस पर माननीय न्यायालय के द्वारा अधिवक्ता श्री मनीष मिश्रा एवं वासिफ खान के तर्क श्रवण करने के उपरांत प्रकरण प्रचलन योग्य होने पर प्रकरण दिनांक 02/03/2024 आवेदकगणों के कथनों हेतु नियत किया गया।
मामला कुछ इस तरह का है
आवेदक धीरज कुकरेजा और स्वप्निल सराफ ने बताया कि बताया कि महोदय जी,मैं धीरज कुकरेजा पिता श्री नारायणदास कुकरेजा उब लगभग 42 वर्ष, पेश से अधिवक्ता होकर जिला न्यायालय जबलपुर में अधिवक्ता व्यवसाय का संचालन करता हूं।
दिनांक 08/11/2023 को साय करीब 6.45 बजे मैं अपने मित्र स्वप्निल सराफ के साथ अनमोल हुंडई नौदरा ब्रिज की ओर अलग अलग मोटर साईकिलों से जा रहे थे कि उसी दौरान नौरदाब्रिज के चौराहे पर यातायात पुलिस के द्वारा हेलमेट चेकिंग की जा रही थी जहां पर मेरी मोटर साईकिल को भी चेकिंग करने के लिये रोका गया जहां पर मेरी मोटर साइकिल के दस्तावेज आदि देखे गये परंतु उनके द्वारा जब कोई मुद्दा सानने नहीं आ रहा था तो अनावश्यक रूप से मेरी गाड़ी का साईलेंसर आदि चेक किया जाना लगा और गाड़ी को खड़ा कर इतनी रेस दी गई जिससे सायलेंसर बजने लगा तो उनके द्वारा कहा गया कि आपके वाहन में खराबी है और मुझसे कहा गया कि आपका चालान कटेगा तो मैंने कहा कि किस बात का तो उनके द्वारा कहा गया कि आप हेलमेट नहीं लगाये हैं और वाहन खराब है, जिस पर मैंने बिना आपत्ति किये उनसे पूछा कि कितना चालान कटेगा तो उनके द्वारा कहा गया कि 3 हजार रूपये की रसीद कटेगी जिस पर मेरे द्वारा कहा गया कि वर्तमान में इनती राशि तो हमारे पास नहीं है तो यातायात थाना प्रभारी के द्वारा कहा गया कि 3 हजार रूपये तो तुमको देना होंगे जैसे भी करके अगर नहीं दोगे तो अभी 185 मोटर यान अधिनियम का प्रकरण यहीं पर बना दूंगी जिसमें तू भूल जायेगा 3 हजार रूपये और हजारों रूपये लगेंगे तुझे फिर हम समझौता भी नहीं करेंगे।
मेरे द्वारा उनसे काफी निवेदन करने के बाद वे बड़ी मुश्किल से कुछ सामान्य हुई और उनके द्वारा कहा गया कि वहां पीछे उपनिरीक्षक श्री. डी. द्विवेदी जी याड़े हैं उनसे जाकर मिल लो वे सब ठोक कर देंगे, जिस पर थाना प्रभारी यातायात के कहने पर मैं य मेरा मित्र बी.डी द्विवेदी से मिले जहां पर उनके द्वारा पूरी बात सुमने के बाद हम लोगों को अपना मोबाइल नंबर 9425465123 दिया गया और कहा कि आपकी रसीद नहीं कटेगी आप और आपका अलग अलग 1-1 हजार रूपये फोन पे के माध्यम से मुझे कर दो कोई केस नहीं बनेगा, चूंकि बी.डी. द्विवेदी उपनिरीक्षक थे और उनके द्वारा मुझसे पैसो की मांग की जा रही थी जिस कारण मैंने फोन पे के माध्यम से रूपये उनके खाते में भेजने का प्रयास किया परंतु फोन पे के माध्यम से राशि ट्रांसफर नहीं हुई तो बी डी द्विवेदी के द्वारा यातायात थाना प्रभारी संगीता डामोर का मोबाइल नंबर 9131192292 दिया और कहा कि इस नंबर पर ट्राय करो यह नंबर मेडम का है और पैसे भी उन्हें ही देना है इस कारण इस नंबर पर ही पैसे भेज दो जिस पर पुलिस की प्रताड़नाओं से बचने के लिये 1 हजार रूपये की राशि मेडम के खाते में गूगल पे के माध्यम ट्रांसफर किये परंतु पैसे पहुंचने के बाद न तो उनके द्वारा कोई रसीद दी गई और न ही चालान की प्रति प्रदान की गई।
महोदय जी, यातायात थाना प्रभारी व उनके स्टाफ के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर शासन को राजस्व की हानि पहुंचाकर अनावश्यक रूप से चेकिंग का दिखाया कर अपने व अपने अधिकारियों व स्टाफ के खातों में लोगों से राशि डलवाती है एंव राशि न डालने पर झूठे प्रकरणों में फंसाने, वाहन जप्त करने आदि की धमकी देती है जिससे आम जन अत्यंत परेशान है।
अतः आपसे निवेदन है कि यातायात थाना प्रभारी संगीता डामोर, थी.डी. द्विवेदी एवं उनके अन्य साथियों के विरुद्ध पद का दुपयोग करने, शासन को राजस्व की हानि पहुंचाने एवं लोगों को प्रताड़ित कर राशि वसूल करने बाचत् नियमानुसार उनके विरूद्ध कार्यवाही कर मुझे व सामान्य जनमानस को राहत दिलाने की कृपा करें।