आदिवासियों से अफसर कि दादागिरी गरीबी रेखा का कार्ड बनबाने आए ग्रामीण को तहसीलदार ने हडकाया, कहा नहीं करूंगा तुम्हारा काम,- वीडियो हुआ सोशल मीडिया में वायरल देखे वीडियो…
रेवांचल टाईम्स – जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण इस जिले के लोग सीधे साधे है और इस जिले में कुछ पढ़े लिखे अधिकारी कर्मचारी आकर इन गरीबों को अपना रौब दिखा रहे है और आये दिन इनके साथ अफसर गिरी दिखाते नज़र आते ये महोदय भूल जाये है कि ये मालिक नही है ये लोक सेवक है जनता के नोकर और इन्हें जनता के कार्य करने के लिए अच्छी खाँसी मजूदरी (वेतन) भी दी जाती है। जिसके कारण आज ये अपने शौक सपाट कर अपने आप को बतौर अधिकारी बताते है और इन्हें केवल जनता के लिए ही बैठाया गया है और उन्हें उनकी योग्यता के हिसाब से उन्हें पद दिया गया इसका मतलब ये नही की आप किसी गरीब की बेज्जती करें उन्हें सम्मान न दे ये गलत बात है।
वही वतर्मान प्रदेश के मुखिया मोहन सरकार के सख्ती के बाद भी इन दिनों मध्यप्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा आमजनो से अभद्रता से पेश आने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है और एक बाद एक मामले सामने आ रहे है प्रदेश में अफ़सर शाही लोगो पर हॉबी नजर आ रही है कभी कलेक्टर तो कभी एस.डी.एम.तो कभी तहसीलदार की जुबान फिसल रही है,। मामला शाहपुरा तहसील के ग्राम खेडा का है। दरअसल शाहपुरा तहसील के खेडा गांव से कुछ ग्रामीण राशन कार्ड बनवाने कि मांग को लेकर तहसीलदार के पास पंहुंचे लेकिन तहसीलदार ने उनका काम करने से साफ इंकार कर दिया तहसीलदार ने ग्रामीणों से साफ कह दिया कि में तुम्हारा काम नहीं कर सकता तहसीलदार ने ग्रामीणों से पूंछा कि आखिर किसके कहने पर यंहा आए हो इस पर ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच ने उन्हें यंहा बुलाया था। की तहसील कार्यालय पहुँचो वही से हमारे कार्ड जारी होगें, ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत ग्रामीण अपना काम धाम छोड़ कर दूर दूर से अपने काम के लिये मुख्यालय जाते है पर वहाँ पर उनसे कि कि कई किलोमीटर दूर से चलकर पहुँचते है जहाँ पर अधिकारी कर्मचारी उनसे सीधे मुँह बात करना भी पसंद नही करते है क्योंकि वह पढ़ लिख कर साहब बन बैठे है और गरीब आज भी मेहनत मजूदरी कर रहे है भूखे आधे अधूरे कपड़े पहने रहते है, और जब ग्रामीणों ने तहसीलदार को अपनी पीडा बताते हुए कहा कि साहब हमारा नाम गरीबी रेखा भी में है और सर्वेसूची में भी आ गया है, इसके बावजूद भी हमारा राशन कार्ड नहीं बन पा रहा है, किंतू तहसीलदार साहब ने भी इन ग्रामीणों कि एक नहीं सुना और इनका काम करने से साफ इंकार कर दिया जिसका वीडियो सोसल मीडिया में जमकर बायरल हो रहा है। जब वीडियो कलेक्टर महोदय के संग्यान में पंहुचा तो उन्होने तहसीलदार को समझाते हुए आमजन से सलीके पेश आने कि बात कही एवं आंगामी समय में ऐंसा नहीं करने कि समझाइश दिये की जानकारी प्राप्त हुई हैं।