शिक्षकों की मनमानी से नौनिहालों का भविष्य अंधकारमय
हमारे देश एवं प्रदेश में अच्छी शिक्षा व्यवस्था लागू की गई है जिसमें केंद्र सरकार की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता एवं उसकी उपलब्धता के लिये अनेको प्रकार की योजनायें संचालित की जा रही है इसी प्रकार से प्रदेश सरकार भी शिक्षा की अच्छी गुणवत्ता और उपलब्धता से आने बाले बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण कराई जा सके और शासकीय विद्यालयों में ज्यादा से ज्यादा बच्चे दाखिला लेकर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सके जिसके लिये केंद्र एवं राज्य की सरकारे सर्व शिक्षा अभियान जैसी योजनाएं चलाई जा रही है जिसमें स्कूली छात्र छात्राओ को मध्यान्ह भोजन, निशुल्क गणवेश वितरण, निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण, निशुल्क सायकिल वितरण और छात्रवृत्ति योजना का भी संचालनकिযা जा रहा है। वर्तमान में म प्र सरकार के द्वारा एक नई योजना चालू की गई है उस योजता का नाम है सी एम राइज स्कूल जिसकी अवधारणा है एक ही परिसर में कक्षा एक से लेकर कक्षा बारहवीं तक के छात्र छात्राओं एक स्कूल एक परि सर के तहत शिक्षा दिया जाना तय किया गया है सरकार की बहुत अच्छी सोच के साथ इस योजना को लागू की गई है साथ ही सी.एम. राइज स्कूल के नाम से इस योजना के अंतर्गत भवन निर्माण का कार्य तीव्रगति से चल रहा है। जिससे आने वाले भविष्य में बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान की जा सके साथ ही ऐसे विद्यालयों में विद्वान शिक्षकों की भर्ती कर शिक्षा के क्षेत्र में नई पहचान बनाई जा सके एवं बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपना एवं देश का नाम रोशन करें। इस धारणा को लेकर सरकार सतत प्रयास कर रही है सरकार की मंशा तो ऐसी है कि एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह पाये जिसके लिये सरकार द्रण संकल्पित है।
पर कई विकासखंडों में या कहें ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में सरकार की योजनाओं को संचालित करने में शिक्षकों के द्वारा बड़ी लापरवाही बरती जाती है इसी का एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है जो कि विकासखंड घुघरी के नवीन माध्यमिक शाला भुड़कुर में प्रभारी शिक्षक के द्वारा मनमाने तरीके से स्कूल का संचालन किया जाता है स्कूल खुलने एवं बंद होने का समय निर्धारित नहीं है जब कि इस स्कूल में प्राथमिक शाला में एक शिक्षक व एक अतिथि शिक्षक माध्यमिक शाला में एक शिक्षक और दो अतिथि शिक्षक पदस्थ है माध्यमिक में 41 बच्चे एवं प्राथमिक शाला में 97 बच्चों की संख्या दर्ज है वहीं प्रभारी शिक्षक का कहता है कि प्राथमिक शाला में 15 बच्चे और माध्यमिक शाला में भी 15 बच्चे उपस्थित थे कम उपस्थितेि के कारण दिन में तीन बजे शाला की छुट्टी कर दी गई वहीं प्रभारी शिक्षक एक बजे के पहले ही बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब हो गये इस कारण से अतिथि शिक्षकों ने समय से पूर्व स्कूल की छुट्टी कर दी ग्रामीण क्षेत्रों में आये दिन शिक्षकों के द्वारा स्कूल लगने का और स्कूल बंद होने का समय नियत नहीं है।
इतका कहना है
प्रभारी शिक्षक गणेश साहू एक बजे दिन में निजी काम से घर चले गये थे और हमे बोल गये थे कि जल्दी छुट्टी कर लेना
लोक शाय कुरचाम
अतिथि शिक्षक
मेरे द्वारा चूंकि गांव में दो दिन से मड़ई का आयोजन चल रहा था जिसके चलते स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या कम थी जिस कारण से समय पूर्व छुट्टी कर दी गई
गणेश साहू
प्रभारी प्रधान अध्यापक
आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई है कि समय से पूर्व स्कूल की छुट्टी कर दी गई है जिसकी मैं जानकारी लेकर संबंधित शिक्षक पर कार्यवाही कर एक दिन का वेतन काटा जाए
एल एस उइके
खंड शिक्षा अधिकारी घुघरी