पदमी चौराहा: एक और हादसा, प्रशासन की अनदेखी से बढ़ रही दुर्घटनाएं

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मंडला, 15 दिसंबर 2024: राष्ट्रीय राजमार्ग जबलपुर-रायपुर मार्ग (NH-30) पर स्थित पदमी चौराहा हादसों का केंद्र बनता जा रहा है। यहां लगातार हो रही दुर्घटनाएं स्थानीय निवासियों और यात्रियों के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं। रविवार सुबह 9:30 बजे एक और हादसे में सड़क पार कर रहे वृद्ध दीनदयाल ठाकुर को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल वृद्ध का उपचार मंडला के योगीराज हॉस्पिटल में चल रहा है।

लगातार हादसों का सिलसिला

यह घटना पदमी चौराहे पर कोई पहली दुर्घटना नहीं है। बीते बुधवार को इसी जगह पर एक भीषण सड़क हादसे में ड्राइवर और कंडक्टर की मौत हो गई थी। उस हादसे के बाद आक्रोशित क्षेत्रीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को घंटों जाम कर विरोध जताया था। उनकी मांग थी कि इस चौराहे से अतिक्रमण और बिजली के खंभों को हटाकर सड़क का चौड़ीकरण किया जाए। साथ ही, बढ़ते हादसों को रोकने के लिए यहां ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाए।

स्थानीय लोगों की पीड़ा और प्रशासन की अनदेखी

लगातार हादसों के बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता ने लोगों में रोष पैदा कर दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस चौराहे पर यातायात की स्थिति बेहद खराब है। सड़क पर अतिक्रमण और बिजली के खंभे दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बनते जा रहे हैं।

क्षेत्रीय निवासी रामकुमार वर्मा ने बताया, “प्रशासन को हमने कई बार ज्ञापन दिया और विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यहां की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।”

बढ़ती दुर्घटनाओं के मुख्य कारण

  1. अतिक्रमण: सड़क किनारे और चौराहे पर फैले अतिक्रमण से वाहन चालकों को स्पष्ट दृश्य नहीं मिलता, जिससे हादसे होते हैं।
  2. संकीर्ण सड़क: सड़क का चौड़ीकरण न होने के कारण वाहन चालकों को चौराहे पर आने-जाने में परेशानी होती है।
  3. ओवरब्रिज का अभाव: पैदल यात्रियों और छोटे वाहनों के लिए चौराहा पार करना बेहद जोखिम भरा है। ओवरब्रिज की कमी इसे और खतरनाक बनाती है।
  4. अनियंत्रित यातायात: ट्रैफिक पुलिस और संकेतों की कमी से यातायात अव्यवस्थित रहता है।

स्थानीय प्रशासन और सरकार पर सवाल

बुधवार की घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने चौराहे पर ओवरब्रिज और चौड़ीकरण के लिए मांग की थी। घंटों तक सड़क जाम रहने के बावजूद, शासन और प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। यह चौंकाने वाला है कि बार-बार दुर्घटनाएं होने के बावजूद क्षेत्र की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।

जनता की अपील: अब और इंतजार नहीं

क्षेत्रीय लोग प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि चौराहे का अतिक्रमण हटाकर सड़क का चौड़ीकरण किया जाए और एक स्थायी समाधान के लिए ओवरब्रिज का निर्माण किया जाए।

स्थानीय निवासी सरिता कहती हैं, “यहां हर दिन लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सड़क पार करते हैं। प्रशासन कब जागेगा? क्या और लोगों की जान जाने का इंतजार है?”

निष्कर्ष

पदमी चौराहा दुर्घटनाओं का गढ़ बन चुका है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता चौंकाने वाली है। यह वक्त है कि जिम्मेदार अधिकारी और संबंधित विभाग इस समस्या को गंभीरता से लें। यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में इस चौराहे पर और भी बड़े हादसे हो सकते हैं। क्षेत्रीय लोगों की आवाज सुनकर अगर समाधान निकाला जाए, तो इन दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

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