आनलाईन ठगी के मामले में थाना मोतीनाला पुलिस ने पोखरण राजस्थान से आरोपी को किया गिरफ्तार
आरोपी ने पेमेंट बैंक का मर्चेंट आईडी बनाने एवं बायोमेट्रिक डिवाइस देने के नाम पर की थी धोखाधड़ी
दैनिक रेवांचल टाइम्स – मंडला थाना मोतीनाला में दिनांक 01.01.2024 को प्रार्थी जगदीश कुमार परते निवासी बदवार द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई की किसी अंजान व्यक्ति द्वारा इसके मोबाइल नंबर में फोन किया। पेमेंट बैंक का मर्चेंट आईडी एवं बायोमेट्रिक डिवाइस के दिलाने का कहकर दिनांक 28/12/2023 व अलग अलग दिनांक को आनलाईन ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 29,999 रूपये की राशि धोखाधड़ी करके अपने खाते में डलवा लिया। उक्त रिपोर्ट पर से थाना मोतीनाला में अपराध क्रमांक 05/24 धारा 419, 420 भादवि व 66 (D) आईटी एक्ट का मामला पंजीकृत कर विवेचना में लिया गया। प्राप्त सुचना एवं तकनिकी जानकारी के आधार पर आरोपी द्वारा पोखरण जिला जैसलमेर राजस्थान से फ्राड करने की संलिप्तता होना पाया गया। प्राप्त जानकारी के आधार पर टीम गठित कर पुलिस टीम को पोखरण जिला जैसलमेर, राजस्थान के लिये रवाना किया गया, पुलिस टीम द्वारा पोखरण से आरोपी आयुब खा को मोतीनाला लाकर पूछताछ की गई। पुलिस पुछताछ में आरोपी आयुब खां पिता रमजान खा उम्र 22 वर्ष निवासी पोखरण, जिला जैसलमेर राजस्थान द्वारा घटना करना स्वीकार करते हुए बताया की आरोपी 10वीं तक की पढाई किया हुआ है एवं लोगों को पैमेंट बैंक व बायोमेट्रिक डिवाइस दिलाने के नाम पर कॉल कर अपने जाल में फसाकर लोगों से पैसे मांगकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देता है। आरोपी द्वारा अलग अलग मोबाईल नंबर का उपयोग करके प्रार्थी को अपने जाल में फसाकर आनलाईन ट्राजेक्शन के माध्यम से 29999 रूपये की सायबर ठगी की है। थाना मोतीनाला पुलिस द्वारा आरोपी से तीन मोबाइल हैंडसेट व ठगी गयी राशि कुल 29,999 रुपए नगद जप्त किए गए हैं। आरोपी से अन्य ठगी के संबंध में पुछताछ कर आरोपी को गिरफ्तार कर आज दिनांक को माननीय न्यायालय में पेश किया गया हैं।
उक्त कार्यवाही में थाना मोतीनाला थाना प्रभारी प्रदीप पांडेय और उनकी टीम जिसमें सहायक उप निरीक्षक कृष्ण कुमार चौबे आरक्षक मधुर, राहुल, महेश, मुकेश व सायबर सेल की टीम शामिल रहें।
सायबर एडवायजरी
ध्यान रहें बैंक या मर्चेंट कभी भी काल कर आपको आईडी या बैंक की फ्रेचायसी लेने के लिये काल नहीं करता है। यदि ऐसे काल कर आपको बैंक संबंधित जानकारी मांगी जाती है तो उसको जवाब न देवें। ये आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आजकल बाजारों में कई तरह के एप्प है जो आधार नंबर के माध्यम से पैसे का आहरण (एईपीएस) के उपयोग में लिया जा रहा है। प्राय: देखने में आता है कि अधिकतर क्योस्क संचालक द्वारा ऐसे एईपीएस एप्प का उपयोग किया जाता है जो ज्यादा लाभ देने का लालच देते हैं। ऐसे एप्प कभी भी बंद कर दिये जाते एवं आपको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता हैं। हमेशा अधिकृत बैंक के ही एईपीएस एप्प का उपयोग करें।
सायबर ठगों द्वारा आये दिन नये नये तरिके अपनाया जा रहा एवं आमजन द्वारा को ठगी का शिकार बना लिया जाता हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
यदि आप सायबर ठगी के शिकार है तो अपनी शिकायत 1930 या सायबर पोर्टल पर cybercrime.gov.in पर कर सकते हैं। सायबर संबंधित किसी भी सहायता के लिये आम मंडला पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 7587644088 या 7049141561 पर काल कर सकते हैं।