गौ माता के गोबर गोमूत्र से ही होता है जहर मुक्त कृषि कर्ज मुक्ति किसान- गौ पुत्र दिलीप चंद्रौल
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला विकास ऐसा ना हो जिससे आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए शुद्ध व अशुद्ध जल उर्वरक भूमि और प्राकृतिक संसाधन की उपलब्धता दुर्लभ हो जाए जो दिख रहा है कई करोड़ हेक्टेयर भूमि की उर्वरा शक्ति छीड कर दी यह सब रासायनिक खेती करने की वजह से हुआ है रासायनिक खेती करने की वजह से यह जहर जमीन से लेकर लोगों के शरीर में कैंसर बनके समा गया है मां के दूध में भी जहर रासायनिक रूपी जहर आ चुका है अब मां अपने बच्चों को दूध नहीं जहर पिला रही है हमें इस जहर से मुक्ति लाना है यह किसानों के लिए हम अन्नदाता है गौ हमारी माता है हम गौ आधारित कृषि कर हम हमारे समाज परिवार को जहर मुक्त करा सकते हैं यह धरती हमारी मां है इसमें 16 प्रकार के तत्व होते हैं जो हमारी फसल को पोषण देते हैं गोबर गोमूत्र से फसल रक्षक वर्मी कंपोस्ट से फायदा होगा माहिष्मती गौ सेवा रक्तदान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गौ पुत्र दिलीप चंद्रौल ने सभी किसान भाइयों से निवेदन किया है कि गौ आधारित खेती ही करे बताया गया कि 10 लीटर गोमूत्र में 2 किलो नीम की पत्ती 150 लीटर पानी में डालकर स्प्रे करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं गौ कृपा अमृत 2 लीटर देसी गौ माता के दूध की छाछ 2 किलो गुड़ 1 लीटर गौ कृपा अमृत 200 लीटर पानी में डालकर एक सप्ताह में तैयार किया जा सकता है जिसके फसल में उपयोग कर अच्छे परिणाम ले सकते हैं गोवंश आधारित कृषि का मूलभूत आधार है
तुलसी वृक्ष न जानिए
गाय न जानिए ढोर
मात-पिता मनुष्य न जानिए
यह तीनों नंद किशोर
भारत के उज्जवल भविष्य के लिए गौ संरक्षण गौ संवर्धन गौ रक्षा अति आवश्यक है