तहसील मुख्यालय घुघरी की नहर की अजब और गज़ब है कहानी निर्माण पूरा हुए बिना ही जारी हो गया पूर्णता प्रमाण पत्र..

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रेवांचल टाइम्स मंडला – आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में भ्रष्टाचार और गबन घोटाले तो रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।जिले की सभी जनपद पंचायतों की ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यो को लेकर अधिकारी कर्मचारी लूट सको तो लूट लो की तर्ज पर काम कर रहे हैं। और ग्रामीणों की मिलने वाली मुलभूत सुविधाएं में जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारी कर्मचारी भी सरकारी धन में भ्रष्टाचार की बहती गंगा में मिलजुल कर हाथ धोने में पीछे नही है। इन्हें पता है कि जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों को चढावा चढ़ा कर सब की कलम और मुँह दोनों बन्द कर दिया जाता हैं।

नहर में विभाग ने निर्माण कार्य के नाम पर मचा रखी हुई लूट

जनपद पंचायतों के अलावा लोक यांत्रिकीय सेवा विभाग भी अपनी पूरी हिस्सेदारी निभाने में लगी हुई है, जिससे साफ नजर आता है कि शासकीय योजनाओं का बंदरबांट करने में आर.ई.एस.विभाग भी अछूता नहीं है चाहे अमृत सरोवर के निर्माण कार्य देखें या फिर अन्य निर्माण कार्य

आधी अधूरी नहर में को पूर्ण बताकर कर दी सी सी जारी

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा ही नया कारनामा तहसील मुख्यालय घुघरी के ही बिछिया मंडला सड़क पर बनी नहर निर्माण कार्य का सामने आया है जहां पर शासन के द्वारा निर्माण तो कराया गया और कार्य किया भी गया लेकिन अतिक्रमण कहें या जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत जिससे नहर आधी ही नजर आयी और बाकि जगहों पर सीमेंट की पुलिया डालकर निर्माण कर लिया गया जिससे साफ प्रतीत होता है कि अधिकारियों की ही मिलीभगत से निर्माण पूरा तो नहीं हुआ लेकिन पूर्णता प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया..

जिला प्रशासन आखिर कब करेगा ऐसे भ्रस्टो पर कार्यवाही

वही आखिरकार आर ई एस विभाग मंडला में बैठे जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी बेखौफ तरीके से सरकारी योजनाओं और शासन की सरकारी राशि का बंदरबांट करने में लगे हुए हैं,
जब इस संबंध में रेवांचल की टीम ने कार्यपालन यंत्री सुश्री गीता आर्मों से बात करना चाही तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया, वहीं जब आम नागरिक या अन्य कोई भी पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता जिले की मुखिया कलेक्टर को फोन लगाते हैं तो एक बार में फोन उठाकर बात कर जानकारी या शिकायत पर कार्रवाई करने का आश्वासन देती हैं लेकिन उनके अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी तो जिले की मुखिया से भी उपर नजर आते हैं जो न फोन उठाना जरूरी समझते हैं और न जानकारी देना..

इनका कहना है….

निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत घुघरी नहीं है और न पंचायत के द्वारा पूर्णता प्रमाण पत्र जारी किया गया है, निर्माण एजेंसी आर.ई.एस. ही है!
शिवदास बैरागी
सचिव
ग्राम पंचायत घुघरी..

नहर निर्माण का काम अभी अधूरा है और बिछिया रोड से पुरानी आंगनवाड़ी तक नहर निर्माण किया जाना था लेकिन अभी 70 मीटर नहर निर्माण बचा हुआ है और अधूरे काम की ग्राम पंचायत घुघरी के द्वारा सी.सी जारी कर दी गई है..
आपको और अधिक जानकारी चाहिए है तो ई.मैडम गीता आर्मो जी से ले सकते हैं..
संजना मरकाम
उपयंत्री
आर.ई.एस.

वही जब नहर में हुए कार्य को लेकर जिले कार्य कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा संभाग विभाग क्रमांक 1 से बात करनी चाही थी उनके मोबाईल पर घँटी जाती रही पर उन्होंने मोबाईल अटैंड नही किया जिस कारण से उनका पक्ष नही रखा जा सका।
इस प्रकार की भ्रामक जानकारी और कार्य के प्रति उदासीनता से साफ नजर आता है कि अधिकारी कर्मचारी अपनी कलम और लीपापोती को एक दूसरे पर मढ़ते नजर आते हैं.. और जिम्मेदार अधिकारी से जब किसी निर्माण कार्य के संबद्ध में बात करना चाहोगे वह मोबाईल अटेंड ही नही करते है जब मीडिया कर्मी के साथ जिले के बरिष्ट अधिकारी का यह बर्ताब है तो ये अनुमान लगाया जा सकता है कि आम आदमी के साथ क्या होता होगा

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