सहायक आयुक्त आदिवासी जनजातीय कार्य विभागों में भ्रष्टाचार से लिप्त कर्मचारियों की कार्यवाही को लेकर जिला प्रशासन को लिखा पत्र – सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम
सहायक आयुक्त आदिवासी जनजातीय कार्य विभागों में भ्रष्टाचार से लिप्त कर्मचारियों की कार्यवाही को लेकर जिला प्रशासन को लिखा पत्र – सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम
जिला प्रशासन अगर ऐसे भ्रष्टाचार से लिप्त विभागों को संज्ञान में नहीं लिया तो होगा उग्र आंदोलन भारत आदिवासी पार्टी मण्डला
रेवांचल टाईम्स – मण्डला भारत आदिवासी पार्टी के युवा नेता सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम ने बताया कि जनजातीय कार्य विभागीय कर्मचारियों के वरिष्ठ अधिकारीयों के द्वारा नये शिक्षकों की पोस्टिंग में मुख्यालय के नजदीक शाला में पोस्टिंग कराने के लिए लंबी डिमांड की जाती है, यह खेल पूर्व एसी विजय तेकाम के कार्यकाल मे अधिक चला है, मरम्मत या निर्माण कार्य मे भी यहां के अधिकारियों की ठेकेदार से मिली भगत होने के कारण निर्माण कार्य मे भी यहां के अधिकारी/कर्मचारियों के द्वारा शासकीय राशि का दुरूपयोग किया जाता है , कर्मचारियों को निलंबित कर लेन-देन कर बहाल करने की पूर्व से अपनी मनमानी नीतियों का उपयोग किया जाता है । शिक्षकों को उनके मन माफिक स्कूल मे संलग्न करने के लिए भी लेन-देन की बातें सामने आ रही है। सिरश्याम ने कहा कि जनजातीय कार्य विभाग के वरिष्ठ कर्मचारी अपने फायदे वाले पद के लिए कुछ ही चिन्हित कर्मचारी अधिकारियों की लिस्ट मे हैं। एवं उन्हीं को प्रभार दिया गया है। अन्य को नही । भले ही उस कर्मचारी के पास पहले से ही अतिरिक्त प्रभार हो पर उसे ही अपने फायदे वाले विभाग का प्रभार दिया गया है। जैसे रंजीत गुप्ता जो कि जनजातीय कार्य विभागों के 3-3 विभागों के प्रभार में बैठकर जनजातीय कार्यों की मनमानी राशियों का फायदा उठा रहा है। जिले मे बहुत से उदाहरण हैं। जो कि आदिवासी जनजाति विभागों में गैर आदिवासी जनजातीय कार्य विभागों में बौस बनकर आदिवासी बाहुल्य जिला मण्डला कि जनजातीय कार्यों की फायदा तो ले ही रहे हैं परन्तु ईमानदार और योग्य कर्मचारियों की यहां कोई अहमियत नही है, जो यहां के अधिकारियों की खुशामद कर लिया तो समझो वह माला माल हो गया । ईमानदार कर्मचारियों को लूप लाइन में डाल दिया जाता है, समय रहते जिला प्रशासन अगर जिले मे शिक्षा विभाग की सूक्ष्मता से जांच नहीं करता तो भ्रष्टाचार घूसखोरों की सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग मे प्रभारी एसी होने के कारण यहां के बाबूओं का बोलबाला है, क्योंकि वर्षों से फुल फ्रेश एसी न होने से यहां के बाबूओं का भ्रष्टाचार में सम्राज्य बना रहता है। जिले के संपूर्ण जनजातीय कार्य विभागों की सूक्ष्मता से जांच करते हुए भ्रष्टाचार से लिप्त कर्मचारियों पर दण्डात्मक कार्यवाही की जावे।
वहीं सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम ने कहा भारत आदिवासी पार्टी उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होगी।