मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग भोपाल ने 19 मामलों में 6 मामले मंडला ज़िले का लिया संज्ञान में माँगा जवाब…

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रेवांचल टाईम्स – भोपाल, सोमवार 15 जुलाई, 2024 ’’उन्नीस मामलों में आये संज्ञान में वही जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’उन्नीस मामलों में’ संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।जिसमे 6 मामले मण्डला जिले के हैं। आयोग ने संबंधितों से जवाब मांगा है।

लीज नहीं बढ़ाने से नगरपालिका को हो रहा लाखों का नुकसान

मंडला शहर के हागगंज बाजार अंतर्गत लगातार दुकानों का निर्माण कराया जा रहा है। व्यापारी मनमाना निर्माण कर रहे, शर्तों का कर रहे उल्लंघन, नगरपालिका नहीं दे रही ध्यान। रोजाना इन दुकानों में लाखों का व्यापार हो रहा है। जबकि इसके बदले नगरपालिका को नाम मात्र का किराया मिल रहा है। इसका बड़ा कारण यह है कि जिस जगह हागगंज बाजार लग रहा है, वह जगह नजूल से नगरपालिका को लीज में मिली थी। हागगंज बाजार अंतर्गत दुकानों की लीज की अवधि नहीं बढ़ने से नपा नए नियमों के अनुरूप दुकानों से वसूली नहीं कर पा रही है। इससे करीब 30 साल पहले जो किराया निर्धारित किया गया था, वही किराया आज भी इन दुकानों से वसूल पा रही है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्रालय, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

जर्जर पुलों से आवाजाही खतरे से खाली नहीं

मंडला जिले के शहरी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर वर्षों पुराने पुल है, जो जर्जर हालत में पहुंच गए हैं, लेकिन उनका मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा है। जिसमें किले घाट के पास स्थित पुल से लेकर, सब्जी बाजार को जाने वाले मार्ग में स्थित पुल, जिला सहकारी बैंक के सामने स्थित पुल आदि शामिल है। हालांकि अब नगर पालिका द्वारा पुल को नए सिरे से बनाने की तैयारी की जा रही है। समय के साथ जर्जर हो गए पुल शहर में जो छोटे-बडे़ पुल हैं, वे सालों पहले बनाए गए थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन पुलों का मेंटेनंस नहीं हो रहा है। जबकि इन पुलों से रोजाना कई बार भारी वाहन गुजरते हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला से मामले की जांच कराकर जनसुरक्षा एवं सुरक्षित आवागमन हेतु यथाशीघ्र की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

नहीं पहुंचे डाॅक्टर, मरीज की मौत

मंडला जिले के रामनगर निवासी एक युवक की बीते मंगलवार सुबह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंजनिया में मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि ड्यूटी डाॅक्टर निर्धारित समय पर अस्पताल नहीं पहंुचे जिससे उनके परिजन की मौत हो गई। परिजन बीते मंगलवार को सुबह लगभग 9.20 बजे उसे अंजनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आए थे। जहां ड्यूटी डाॅक्टर अस्पताल में नहीं थे। परिजनों का कहना है कि स्टाफ द्वारा डाॅक्टर को सूचना भी दी गई परंतु अपने निवास स्थान से अस्पताल नहीं आए। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

पुल अधूरा, जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे विद्यार्थी

मंडला जिले में हिरदेनगर और टिकरवारा के बीच पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण टिकरवारा के एक दर्जन बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे हैं। यहां पुल से नदी पार करने के दौरान अधूरे हिस्से में नदी में उतर रहे हैं। जिससे बच्चों के साथ दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। यहां ठेका कंपनी के द्वारा अवधि पूरी हाने के एक साल बाद भी काम पूरा नहीं किया गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

बुजबुजिया प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर, रंगमंच में लग रही बच्चों की कक्षा

मंडला जिले के ग्राम बुजबुजिया में प्राथमिक शाला का भवन जर्जर हो चुका है। जो कि मुख्यालय से सहज 20 किमी दूरी पर है। जिसके कारण शिक्षक बच्चों को कभी खुले आसमान के नीचे, तो कभी पेड़ के नीचे और मौसम खराब हुआ तो ग्राम ने बने रंगमंच में बैठाकर पढ़ाई करा रहे हैं। शिक्षक का कहना है कि शाला का भवन जर्जर हो चुका है। कभी भी कोई हादसा हो सकता है, जिसके कारण शाला भवन में कक्षाएं नहीं लगाते हैं। अतिरिक्त भवन व्यवस्था नहीं होने से कक्षाएं रंगमंच में संचालित करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी, मंडला से मामले की जांच कराकर बच्चों को प्राप्त शिक्षा के मौलिक अधिकार के सरंक्षण हेतु शिक्षण स्थल को उपयोग योग्य सुरक्षित बनाये जाने के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

जानलेवा बन गए सीवर लाईन के गढ्डे

मंडला जिले में चिलमन चैक से डिंडोरी मार्ग मुसीबतों भरा हो गया है। इस मार्ग से अब पैदल चलना भी दूभर हो गया है। सीवर लाइन के कारण मार्ग में इतने बड़े-बड़े गढ्डे हो गए कि आए दिन हादसे एवं बड़े वाहनों के फंसने की स्थिति बन रही है। जबकि इसी मार्ग में हाॅस्पिटल, स्कूल, जिले का एकमात्र शासकीय महाविद्यालय है। वहीं यह मार्ग डिंडोरी जाने वाला मुख्य मार्ग भी है। बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन प्रतिदिन इस मार्ग से होता है। इसी के साथ सुबह से ही बच्चों को स्कूल लाने ले जाने के लिए बड़ी संख्या में अभिभावकों को इन मार्ग से परेशानी उठानी पड़ती है। जल्द ही सीवर लाईन कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया तो पूरा जिला मुख्यालय दलदल बन जाएगा। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

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