लगातार हो रही बरसात से थावंर नदी का पुल हुआ क्षतिग्रस्त बिना रैलिग के दुर्घटनाओं की बनी हुई है अशंका
मुरुम और गिट्टी डालकर तत्कालिक किया गया है आवागमन चालू ठेकेदार की सुस्त कार्य प्रणाली से आमजन हो रहे परेशान
दैनिक रेवाचंल टाईम्स – मण्ड़ला जिले दो जिले मंडला ओर सिवनी को जोड़ने वाला पुल आज छत विक्षत हो चुका हैं और स्थानीय प्रशासन उस पुल का मरम्मत कर कर के आवागमन करवा रही है इन्हें शायद किसी अप्रिय बड़ी घटना का इंतज़ार हो रहा है।
वही ठेकेदार की मनमानी से लोग त्रस्त हो चुके और जिला प्रशासन आखिरकार ऐसे ठेकेदारो को क्यों संरक्षण दे रहा है जो अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह है उन पर कार्यवाही क्यो नही कर रहा हैं वही लोगों के आवागमन को जोड़ने वाला, नगर के अंतिम छोर से लगा हुआ थावर नदी का पुल लगभग 25 दिनों से अधिक समय की बारिश ने थावंर नदी के पुल को तीन बार क्षतिग्रस्त की है जिसके चलते लोगों का आवागमन प्रभावित हुआ है साथ ही नैनपुर से लगे गांव के लोगों को दैनिक उपयोग में आने वाली अनिवार्य वस्तुओं का ना मिलने के कारण ग्रामीणों को परेशानीयों का सामना करना पड़ा है परन्तु इस पुल को जल्द बाजी में पुन: मुरुम और गिट्टी डालकर बना दिया जा कर आवागमन चालू कर दिया जाता है परन्तु इस पुल की स्थिति दयनीय अवस्था में है । बता दे यह पुल दयनीय अवस्था के साथ बिना रैलिग के होने की वजह से कभी भी कोई भी बड़ी अप्रिय दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता । नवीन पुल के निर्माण में हो रही देरी को छुपाने के लिए ठेकेदार के द्वारा अपनी गलतियों को छुपाने के लिए दयनीय पुल पर मुरुम और गिट्टी डालकर तत्कालिक निर्माण कर इसे बिना रैलिंग के आवागमन के लिए चालू कर दिया जाता है । शासन प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों की अनदेखी से ऐसी स्थिति में अगर भविष्य में कोई अनहोनी दुर्घटना घटित होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा । दो जिलों को जोड़ने वाला यह बहु उपयोगी थावर पुल बिना रैलिग के दयनीय अवस्था में है धीमी गति से ठेकेदार के द्वारा विगत कई वर्षों से किए जा रहे थावर पुल का निर्माण कार्य आज भी जारी है परन्तु यह पुल कब तक पूर्ण हो कर आम जन को आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी यह कहना जल्दबाजी होगी । शासन प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों से आम जन की अपेक्षा यह है कि सिवनी मंडला बालाघाट जिला को जोड़ने वाला यह पुल आम जन के स्वास्थय सेवाओं का लाभ एवं आवागमन जैसे अन्य कार्यो के लिए बहु उपयोगी है ।
वही शासन प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों की अनदेखी से भाजपा का गढ़ माने जाने वाला जिले का नैनपुर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के द्वारा अपने क्षैत्र के विकास की राह देख रहे है और जनता अपने आप को ठगा समझ रही हैं।