बड़ी खबर… पीडब्ल्यूडी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी विजय चौहान के कार्यालय का हाल बेहाल सरकारी फाइलों को खा रही दीमक… बेख़बर हुए जिम्मेदार
दैनिक रेवांचल टाइम्स .. आदिवासी बाहुल्य जिले में अधिकारी कर्मचारी अपने कर्त्तव्य के प्रति कितना सजग है या कितना लापरवाह ये डिंडौरी जिले के अधिकारी कर्मचारियों से सीखे ओर सरकारी कार्यालय के हाल देखें कि आखिर किस कदर से सरकारी दस्तावेजों को दीमक ख़ा रही है और अनुविभागीय अधिकारी सहित समस्त जिम्मेदार खामोश बैठे है कही ऐसा तिं नही की इन फाइलों में इनके कर्मों का लेखा जोखा हो सकता है शायद इन फाइलों को दीमक के हवाले छोड़ दिया है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डिंडोरी जिला आदिवासी बाहुल्य जिला माना जाता है जहां आए दिन बड़े-बड़े भ्रष्टाचारों की खबर समाचार पत्रों की सुर्खियों में बनी रहती है, इसके बावजूद भी जिले के अधिकारी के कानों में जू तक नहीं रेगती है ऐसा ही मामला डिंडोरी जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग के अनुविभागी अधिकारी कक्ष कार्यालय का सामने आया है जहां पर आप देख सकते हैं कि किस कदर से सरकारी फाइलों को दीमक खा रही है और इन महाशय विजय चौहान एसडीओ को जरा सी भी सरकारी फाइलों का ख्याल नहीं है और देखा जाए तो यहां पर जर्जर हो चुके कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों के साथ भी किसी दिन बड़ी घटना घट सकती है लेकिन इस और ना तो पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री संतोष सिंह ठाकुर का ना तो एसडीओ विजय चौहान का कोई ध्यान नहीं है इन्हीं तो सिर्फ और सिर्फ कार्यालय में बैठकर सिर्फ और सिर्फ AC रूम का आनंद लेना है, चाहे यहां सरकारी रिकॉर्ड जलकर राख हो जाए या पानी में बर्बाद हो जाए इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता आप देख सकते हैं की फोटो में किस कदर से सरकारी फाइलों को दीमक खा रही है इस संबंध में जब विजय चौहान एसडीओ से जानकारी चाहा गया तो उन्होंने फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा अब इस मामले में उनके उच्च अधिकारी जबलपुर AC साहब से बात करने के बाद ही कार्यवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस लापरवाही पर क्या कार्रवाई की जाती है वैसे तो सभी जानते हैं कि विजय चौहान एसडीओ हमेशा से ही विवादों में घिरे रहे हैं इसके पहले भी छिंदवाड़ा जिले में उनके कई कारनामे के काले चिटे सामने आ चुके हैं वैसे तो हम बात करें तो यह अपने काम के प्रति हमेशा ही लापरवाह रहे हैं आखिर इनके ऊपर कब होगी उचित कार्रवाई यहां तो अपने आप में एक अहम सवाल है..
इनका कहना है कि…
मेरे द्वारा कई बार कार्यालय मरम्मत के लिए उच्च अधिकारी को प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन बजट न होने के चलते अभी तक कार्यालय का मरम्मत कर नहीं करवाया गया और सरकारी फाइल रिकॉर्ड भी गीली हो रही है और दीमक खा रही है अब इसके लिए मैं क्या करूं
एसडीओ विजय चौहान
लोक निर्माण विभाग डिंडोरी
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डिंडौरी से संजय कुमार की रिपोर्ट