राम सेवको को भारतीय पत्रकार संघ (Aij) के द्वारा किया गया सम्मानित..
उस समय इन्हें लोग कहते थे पागल, अब इनके होंसलों से विरोधी हो गए हैं घायल बलिदान होने को मण्डला के रामभक्त भी तैयार थे, जेल में डाला गया था...
रेवांचल टाइम्स – मंडला अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर किए गये संघर्षों को लेकर देशभर में याद किया जा रहा है। तब प्रभु श्रीराम कुछ लोगों के थे अब सब के हो रहे हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है जिसे लेकर देशभर में उत्साह है। श्रीराम मंदिर निर्माण के विभिन्न आंदोलनों में देश के अनेकों धर्म प्रेमियों का त्याग, समर्पण, श्रध्दा और बलिदान उल्लेखनीय है। मंडला जिले के रामभक्त व बजरंगियों का योगदान भी स्मरणीय है। 11 अक्टूबर 2001 को डॉ.प्रवीण भाई तोगडि़या, अशोक सिंघल एवं महंत आचार्य गिरिराज किशोर के आव्हा्न पर विहिप बजरंग दल के तत्का़लीन जिला संयोजक कन्हैया ठाकुर की अगुवाई में मंडला जिले से अयोध्या जा रहे रामभक्तों को मुलायम सरकार की कठोरता का शिकार होना पड़ा था। इस दौरान उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में रात्रि 12 बजे जब सभी रामभक्त गहरी नींद में थे तब सीने में बंदूक अड़ाकर ट्रेन से उतारा गया था और जेल में डाल दिया गया था। चार दिन तक जेल में रखने के बाद पॉचवे दिन जबरदस्ती जबलपुर की ओर जा रही ट्रेन पर बिठाल दिया गया था। रामकाज के कारण मंडला जिले से जेल में रहने वाले रामभक्त इस प्रकार हैं अधिक संख्या ग्राम औघटखपरी की थी, आनंद कछवाहा, चन्द्रप्रकाश दुबे, आशीष मिश्रा, मनोज ठाकुर, मेवा ठाकुर, पूनम रघुवंशी, पुहुप रघुवंशी, अरविंद बन्टू् रघुवंशी, परशराम कालू ठाकुर, केशव यादव, अशोक बबलू ठाकुर, जगदीश ठाकुर, कृष्णकुमार महोबिया, शरद भाटी, विनोद रघुवंशी, कन्हैया ठाकुर, दिलिप यादव, संतोष यादव, स्व .पप्पू चंद्रौल, स्व.ब्रजकिशोर कछवाहा, स्व.उमेश यादव, मनीष नंदा, धनेश्वर चंद्रौल आदि अपने प्राणों की परवाह न करने वाले उक्त रामभक्तों में अब खुशी की लहर है। श्रीराम के व्यक्तित्व, कृतित्व व चरित्र को लोग आत्म सात करें। इस अवसर पर भारतीय पत्रकार संघ (Aij )के पदाधिकारियों के द्वारा सभी कार्य सेवकों को भगवा गमछा पहनाकर श्री फल देकर स्वागत किया गया।