बरगी बांध के सभी गेट खुले रखने की मांग
रेवांचल टाईम्स – केन्द्रीय जल आयोग ने बरगी बांध के लिए परामर्श जारी किया है कि 18-19 सितम्बर को बरगी जलाशय में पानी का चरम प्रवाह आना संभावित है।बरगी बांध विस्थापित एवं प्रभावित संघ ने रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण से मांग किया है कि विगत दिनों उत्पन्न स्थितियों को देखते हुए लगातार बांध का गेट खोलकर रखा जाए।जिससे बरगी बांध में आने वाला पानी को समाहित किया जा सके और बरगी बांध से विस्थापित गांव की बसाहट तथा बांध के नीचे की बस्तियों को सुरक्षित किया जा सके।अर्थात पानी निकालने को बांध प्रबंधन इस तरह से नियंत्रित करे कि डाउन स्ट्रीम में बाढ़ की स्थिति निर्मित न हो। जानकारी मिला है कि बरगी बांध का दस गेट बंद कर दिया गया है, क्योंकि मंडला डिंडोरी अमरकंटक में बारिश थम गया है।विगत दिनों मंडला डिंडोरी अमरकंटक में भारी बारिश के दौरान बरगी बांध में निर्धारित क्षमता से अधिक पानी भर जाने के कारण पूर्ण जल स्तर 422.76 मीटर पर बसे दर्जनों विस्थापित बस्तियों में पानी भर गया।बांध को 96 प्रतिशत भर रखा गया था।उसके बाद अचानक 19 गेट खोले जाने के कारण बरगी बांध के नीचे बस्तियों में भारी तबाही की सूचना मिडिया रिपोर्ट से मिल रहा है।जबकि केन्द्रीय मौसम विभाग ने 1 सितम्बर को फ्लैश फल्ड बुलेटिन देकर चेताया था कि आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश के नर्मदा जलग्रहण क्षेत्र में अतिरिक्त बारिश की संभावना है।इस चेतावनी को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा नजर अंदाज करना नर्मदा घाटी निवासियों के लिए आफत बन गया था।
राज कुमार सिन्हा(9424385139)
बरगी बांध विस्थापित एवं प्रभावित संघ