सार्वजनिक कूप मरम्मत कार्य में नहीं कराया गया कचरा साफ निकाल ली गई राशि
रेवांचल टाइम्स नारायणगंज मंडला ग्राम पंचायत में पंचायती राज के तहत विकास कार्य हेतु शासन से नई नई योजनाओं से ग्रामीण इलाकों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है जिसके तहत ग्राम पंचायतो को राशी प्राप्त होती है। जिससे पंचायत के विकास हो सके लेकिन पंचायत में भ्रष्टाचार का मकड़जाल इस प्रकार से फैला हुआ है कि विकास हेतु आया पैसे से सरपंच सचिव के द्वारा सरकारी धन की होली खेली जा रही है ।
ऐसा ही मामला सामने आया कि ग्राम पंचायत पटेहरा के पोषक ग्राम टिकरिया जनपत नारायणगंज में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सार्वजनिक कूप मरम्मत कार्य हेतु 40000 रुपयो की राशी आईं हुई थी जिसे ग्राम टिकरिया में वेयर हाउस के पास कुएं का मरम्मत कार्य करके राशि निकाल लीं गई है । लेकिन कूप का पानी पीने के योग्य नहीं है, उस कूप में कचरा एवं प्लास्टिक से बजबजा रहा है इतनी लागत से हुए कूप मरम्मत कार्य तो पूर्ण हो चुका है परंतु कूप की साफ सफाई नहीं करवाई गई और स्टेटस में रिमार्क पर ओके लिख दिया गया जबकि उस कूप का पानी अभी भी पीने योग्य नहीं है जिसमें अधिक मात्रा में प्लास्टिक और कचरा उस कूप के पानी पर तैरते नजर आ रहे हैं वही पंचायत के सरपंच सचिवों के द्वारा इस प्रकार के रवैया से कार्य करने से ग्राम क्षेत्र में हो रहे कार्य विकसित होते नजर नहीं आ रहे हैं ।
सूत्रों के अनुसार ग्रामीणों का कहना है कि मरम्मत कार्य तो कराया गया परंतु कूप के जल की साफ सफाई नहीं कराया गया और आज दिनांक तक कोई भी साफ सफाई कार्य नहीं कराया गया है जब मरम्मत कार्य हो रहा था तब सचिव द्वारा बतलाया गया था कि कुएं में दवाई का छिड़काव कर पानी निकालकर कचरा को कुएं के बाहर करने के बाद पानी को पीने योग्य बनाया जाएगा लेकिन यह सारी बातें गलत साबित होती नजर आ रही है । ग्रामीण इस बातों से चिंतित है कि शासन के पैसे का दुरुपयोग किया गया है इसका लाभ ग्रामीणों को नही मिल पा रहा है
इनका कहना।
मुझे यह जानकारी तो नहीं है आपके द्वारा मुझे बतलाया गया कि कूप में साफ सफाई नहीं की गई है मेरे द्वारा इस बात को संज्ञान में लेते हुए कूप की साफ सफाई करा दी जाएगी ।
गौरी शंकर डहेरिया सी ई ओ
जनपद नारायणगंज
मेरे द्वारा कूप को मरम्मत कराते समय साफ सफाई कराई गई थी और पानी में से कचरा दो बार तक निकलवाया गया था ।
कालीचरण मार्को सरपंच
ग्राम पंचायत पटेहरा