सिझौरा में ट्वेटा का शिक्षा गुणवत्ता एवम सम्मान समारोह का आयोजन

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दैनिक रेवांचल टाइम्स – बिछिया गत दिवस संकुल सिझौरा में ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन का शिक्षा गुणवत्ता एवम सम्मान समारोह का आयोजन एसोसिएशन के प्रांत अध्यक्ष डी के सिंगौर की गरिमामय उपस्तिथि में सम्पन्न हुआ जिसमें शिक्षा में गुणवत्ता लाने कई शिक्षकों ने अपने सुझाव रखे एसोसियेशन की महिला विंग जिला अध्यक्ष मीना साहू ने सभी शिक्षक सदस्यों से अपील की कि अपनी कक्षा में नवाचार करते हुए अपने शिक्षण कार्य को रोचक बनाने सदैव प्रयास करते रहना चाहिए। उन्होंने एसोसिएशन की उपयोगिता और उसके द्वारा किए जा रहे सतत प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि ट्रायबल विभाग के शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण में ट्वेटा की ही मुख्य भूमिका रहती है प्रतिमाह रिटायर्ड टीचर्स का सम्मान कार्यक्रम एसोसिएशन का अदभुत और महान कार्य है जिसकी सर्वत्र सराहना हो रही है। एसोसिएशन के जिलाअध्यक्ष दिलीप मरावी ने सभा को संबोधित करते हुए कि कक्षा में शिक्षक को विद्यार्थियों के साथ इतने मधुर संबंध स्थापित रखना चाहिए कि विद्यार्थी शिक्षक का बेसब्री से इंतजार करें शिक्षक के शिक्षण कार्य में इतनी रोचकता हो कि पूरे अध्यापन के दौरान उनका ध्यान भंग न हो। उन्होने शिक्षकों से कहा कि शिक्षकों की क्रमोन्नति और उच्च पद के प्रभार आदि लंबित कार्यों को तत्परता से निराकृत कराया जाएगा।पूजा डोंगरे को अपने विद्यालय में शिक्षा गुणवत्ता के लिए किए जा रहे सराहनीय प्रयासों के लिए ग्रीन व्हाइट बोर्ड देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार शीतेंद्र सिंगौर को छात्रावास में बेहतर प्रबंधन के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षकों ने उच्च पद के प्रभार, क्रमोन्नति, नव नियुक्त शिक्षकों के एरियर आदि की समस्याएं रखीं। प्रदेश अध्यक्ष डी के सिंगौर ने अपने उदबोधन में कहा कि विभाग द्वारा शिक्षा में गुणवत्ता हेतु लगातार शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं लेकिन ये कार्यक्रम तब तक सफल नहीं हो सकते हैं जब तक कि शिक्षक खुद अपना मन नहीं बनाएगा शिक्षक साथियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपने बेटे और बेटी के विद्यालय और शिक्षकों से वह जो अपेक्षा रखता है वही अपेक्षा उसके विद्यालय के विद्यार्थीयों के माता पिता रखते हैं यदि हम अपने विद्यार्थिओं को अपने बेटे बेटी जैसे ही मानकर अध्यापन कार्य कराएंगे तो इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। शिक्षक को कक्षा में सिर्फ अपना ज्ञान बताने तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि उसे सिखाने में पारंगत होना चाहिए। इस अवसर पर उन्होने कहा कि शिक्षकों की हर समस्याओं का निराकरण हम तभी ठीक ढंग से करा सकते हैं जब हमारे दायित्वों के निर्वहन में कहीं प्रश्न चिन्ह न लगे। एसोसिएशन शिक्षकों की हर समस्या के लिए स्वयं संज्ञान लेकर सदैव प्रयासरत रहता है प्रदेश अध्यक्ष ने इस बात पर अप्रसन्नता व्यक्त की कि कुछ अधिकारियों का व्यवहार और लहजा शिक्षकों के प्रति सोहाद्रपूर्ण नहीं रहता है जिससे शिक्षक तनाव में रहते हैं और अपनी समस्याओं को अधिकारी के सामने नहीं रख पाते हैं। एसोसिएशन की तरफ से मिनी तुमराली, मंगल सिंह पंद्रे, सुरजीत पटेल, गोपाल सिंह राजपूत ,मनोज पटेल ,मनसा राम झारिया,मंगल सिंह पन्द्रे ,पति राम मसराम ,रविंद्र भाषन्त ,ब्रजेंद्र सोनी ,कौशलेंद्र बघेल ,सुरजीत पटेल आदि ने रखे।कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता मीनाक्षी झा,मधु शर्मा ,द्रौपदी मरकाम ,आशा मार्को , आकांक्षा ठाकुर ,मनीता तेकाम आदि की रही। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष आसित लोध और पूजा डोंगरे द्वारा किया गया।

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