पहले चोरी फिर सीनाजोरी…..? आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की शह पर खुल गई नगर और उपनगर में 150 बेनामी शराब की दुकाने…

140

पहले चोरी फिर सीनाजोरी…..?
आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की शह पर खुल गई नगर और उपनगर में 150 बेनामी शराब की दुकाने…

रेवांचल टाईम्स – मंडला, मंडला नगर और उपनगरीय क्षेत्र इन दिनों शराब कारोबारियों के गिरफ़्त में आबकारी विभाग इन बेनामी दुकानों को बन्द करने की जगह इन्हें छूट दे रहे है और शिकायत कर्ताओ को मना रहे है, क्योंकि शिकवा शिकायत में इस विभाग को वेतन के साथ साथ ऊपर से मिलने वाली प्रोटक्शन मनी खतरे में नजर आने लगती है क्योंकि अबैध बेनामी कुचियों के मालिक इस विभाग के ऊपर कार्यवाही न करने का दबाब बनाते नज़र आते है और डर के मारे आबकारी अधिकारी कर्मचारी अपना पूरा गुस्सा गरीब आदिवासियों पर निकालते नज़र आते है और कच्ची शराब पकड़ के शराब ठेकेदारों को खुश करने में लग जाते हैं, पूरा आबकारी विभाग अबैध शराब के ठेकेदारों औऱ कुचियों की खुशामदी में लगा रहता है और बेनामी शराब दुकानो के कुचिया औऱ चलती फिरती दुकानों में दिन व दिन में तेजी से इज़ाफा हो रहा हैं, मंडला नगर में केवल दिखावे के लिए लाइसेंसी शराब दुकान बंद की गई है, नगर और उपनगर छेत्र की छै देशी विदेशी शराब दुकान जरूर बन्द तो हुई पर बेनामी 140 से 150 ढाबा, किराना दुकान, पान ठेला शराब खानों औऱ बार, अहातों में बदल चुके है पर ये सब न आबकारी विभाग को नजर आएंगे और न ही पुलिस विभाग को क्योंकि ये शराब ठेकेदार जो दिखता है ये वही देखते हैं।

वही जानकारी के अनुसार शिकायत पर आबकारी विभाग अपने चहेते शराब माफिया पर कार्यवाही तो कर दी अब खबर डिलीट कराने दबाब बना रहा आबकारी उप निरीक्षक, आबकारी विभाग की संदेहजनक कार्यप्रणाली से स्थानीय लोगो औऱ पत्रकारों मे रोश,
मंडला जिले के आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली तो हमेशा ही संदेह में रहती पर अब हद ही हो रही हैं अपने साथ साथ सब को बेईमान बनने का पहाडा पढ़ा रहें हैं, मंडला के आबकारी अमला पर पहले चोरी फिर सीनाजोरी वाली कहावत बिल्कुल सही बैठती हुई नजर आर ही है। विभाग में पदस्थ आबकारी उप निरीक्षक सर्वेश नागवंशी शराब जप्ती वाले मामले में पहले तो गलतीं करतें है जब एक पत्रकार उनकी गलतीं का खुलासा करता है तो नागवंशी जी खबर को डिलीट करवाने एक दैनिक समाचार पत्र के जिला ब्यूरो को मोबाइल नम्बर 9406720540 से लगातार फ़ोन कर धमकी भरे लहजे में खबर को शोषल मीडिया से डिलीट करने का दबाव बनातें नजर आ रहें है।

खबर को डिलीट मारो और मुझसे ऑफिस आकर मिलो- नागवंशी-

दर्शल सोमवार को पत्रकारों ने आबकारी विभाग को सूचना दी कि मंडला बस स्टैंड में मंगल पान दुकान वाला शराब बैंच रहा है और कुछ लोग वही बैठ कर शराब पी रहें हैं जबकि मंडला नगर और नर्मदा घाट के करीब पाँच किमी शराब बिक्री प्रतिबंध है। जिसकी सूचना पर आबकारी विभाग के उप निरीक्षक सर्वेश नागवंशी अपनी टीम के साथ बस स्टैंड पहुँचे और दुकान की तलासी ली, स्टील के दो डब्बों में अंग्रेजी अवैध शराब मिली साथ ही पास में खड़ी नीली कलर की स्कूटी क्रमांक एमपी 51 एस 6575 की डिग्गी खोल कर देखी गई तो उक्त स्कूटी की डिक्की अंग्रेजी शराब भरी थी जिसको आबकारी उप निरीक्षक नागवंशी और उनकी टीम अपने साथ ले गई। जो कि फोटो वीडियो में स्पस्ट दिखाई दे रहा है कि उक्त स्कूटी में करीब 70 से 80 पाओ रखें है और दुकान के अंदर से निकली शराब अलग है। लेकिन उसी दिन शाम को आबकारी विभाग प्रेस नोट जारी करता है कि बस स्टैंड एक चाय दुकान से 35 नग विदेशी शराब और 07 नग देशी शराब जप्त की है। लेकिन उक्त प्रेस नोट में आबकारी विभाग उस स्कूटी का जिक्र नही किया जिससे शराब बरामद हुई थी । औऱ ना ही ये दर्शया कि उक्त स्कूटी से कितनी शराब बरामद हुई। जिससे साफ जाहिर होता है आबकारी विभाग के उप निरीक्षक नागवंशी अपने चहेते ठेकेदारों को कितना ख्याल रख रहें है और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करतें हुए शराब माफिया को बचाना चाह रहे है। जब उप निरीक्षक नागवंशी की ये कमियां की खबर अखबार मे उजागर की तो उप निरीक्षक साहब बोखला गये और संबधित अखबार के जिला ब्यूरो को फोन करके हड़काते हुए बोले आपने बगैर पूछे मेरे बारे में खबर क्यों प्रकाशित की उसको शोषल मीडिया प्लेटफार्म से अभी डिलीट करो और मुझ से आकर ऑफिस में मिलो। यानी अब मौके जो दिखाई पड़ रहा है उसमें ध्यान न दे और पहले जिले ये ईमानदार अधिकारी कर्मचारी जो बतलाए मीडिया इनके इशारे में ही ख़बरे प्रकाशित करे जैसे कि ये अपना कार्य कर रहे हैं, आबकारी विभाग के उप निरीक्षक नागवंशी पहले गलती करें और फिर अपनी गलतीं को छुपाने सीनाजोरी करेगें-? अब सवाल यह उठता है क्या जिले के आलाधिकारी ऐसे लापरवाह और पत्रकार को बार बार फोन करके परेशान करने वाले उप निरीक्षक पर कार्यवाही करेगें या फिर किसी घटना के इंतजार में अभयदान देकर छोड़ देंगे।

इनका कहना है –

आबकारी उप निरीक्षक सर्वेश नागवंशी ने पत्रकारों की सूचना पर मंगल पान दुकान बस स्टैंड मंडला से दुकान और स्कूटी से शराब जप्त की थी लेकिन उक्त अधिकारी द्वारा पूरी शराब की जप्ती नही बनाई है। औऱ बनाई भी तो उसे दिखाई नही,आबकारी विभाग द्वारा जो प्रेस नोट जारी कराया गया है उसमें उक्त स्कूटी या स्कूटी की शराब का कोई जिक्र नही है। जिससे प्रतीत होता है उप निरीक्षक नागवंशी द्वारा शराब माफिया को बचाने कम मात्रा में कैस बनाया है। औऱ जब खबर प्रकाशित होने पर संबधित अखबार के जिला ब्यूरो को फोन कर खबर को डिलीट करने का दबाब बनातें हुए ऑफिस में आकर मिलने की बात कह रहा है। जब ऐसे जिम्मेदार ईमानदार अधिकारी विभाग में पदस्थ तब तक अपराध और अपराधियों के हमेशा ही बुलंद रहेगें।
राहुल सिसौदिया
पत्रकार, मण्डला
नगर और उपनगर में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माँ नर्मदा जी के दोनों तटों से पांच किलोमीटर तक देशी विदेशी शराब की दुकान बंद कर दी गई थी और पूरी तरह से बेचना पीना बन्द कर दिया गया था पर कुछ पैसों के लालची लोग जगह जगह शराब खाना खोल लिए है और मोटरसाइकिल, स्कूटी की डिक्की भर भर के घूम रहे है जहाँ से फोन आता है उन्हें घर तक पहुँचा के दे रहे और न ही भाजपा पार्टी के जिम्मेदार और न ही कांग्रेस पार्टी के नेता कुछ कर पा रहे और पुलिस थाना को औऱ आबकारी विभाग को सब पता है इन्हें तो हप्ता महीना शराब बेचने वाले प्रोटक्शन मनी दे रहै है और नगर, उपनगर सहित ऐसी 140 से 150 बेनामी शराब की दुकान खुली है और सब को सब पता की कहा कहा और कौन कौन शराब बेच रहा है और कौन कब लाकर दे रहा हैं और ठेकेदार औऱ कुचियो से अपने अपने हिसाब से पैसा ले रहे है और शराब बेचवा रहें है कोई कुछ नही सकता कितनी भी शिकायत करलो….
स्थानीय नागरिक बस स्टैंड मंडला

instagram 1
Leave A Reply

Your email address will not be published.