छिदगांव तमोली कराटे सेंटर मे बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया नुक्कड़ नाटक से बच्चों ने बाल श्रम का विरोध किया
दैनिक रेवांचल टाइम्स – हरदा ग्राम छिदगांव तमोली कराटे सेंटर मे 15 अप्रेल से 15 जून तक कराटे खेल का समर केंम्प लगाया गया है यह केंम्प तिनका सामाजिक संस्था के मार्गदर्शन नेतृत्व मे लगाया गया है शिविर मे नियमित भाग लेने बाले बच्चों को टीशर्ट नेकर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। कराटे कोच अनिल मल्हारे ने बताया की समर केंम्प मे विभिन्न गतिविधि कराई जा रही है कराटे सेंटर मे बुधवार को बाल श्रमिक निषेध दिवस मनाया गया। इस दौरान बाल श्रम से होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त की गई। बच्चों को बाल श्रम का मतलब बताया गया विश्व भर में हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है, इसकी शुरुआत 12 जून 2002 से गई है जिसका उद्देश्य है बच्चों को मजदूरी से हटाकर शिक्षा के लिए प्रेरित करना इसके पीछे गरीबी सबसे बड़ी वजह है जिसके चलते बच्चों को कम उम्र में ही काम में लगाया जाता है, जो कि उनके विकास में सबसे बड़ी बाधा डालता है। ऐसे में, इसी बचपन को बचाने के लिहाज से इस दिन को मनाया जाता विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2024 की थीम है आइए अपने प्रतिबद्धताओं पर कार्य करें बाल श्रम समाप्त करें बता दें, हर साल इस मौके पर अलग-अलग प्रकार से थीम रखी जाती है साथ ही बच्चों को उनके अधिकार भी बताया गया। बच्चों को बाल श्रम के दुष्य परिणाम बताया गया कराटे कोच अनिल मल्हारे ने बताया की बच्चों ने बाल श्रम का रोल प्ले भी किया नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों ने बाल श्रम का विरोध किया गया। इस मौके पर कोच अनिल मल्हारे, आदर्श मल्हारे,अमित सातनकर, लक्की मल्हारे,वैष्णवी ढोके, साधना ढोके समिक्षा ढोके सहित अन्य बच्चे उपस्थित रहे।