अनुदान राशि हेतु भटक रहे हैं किसान कृषि विभाग की मनमानी के चलते…
रेवांचल टाईम्स – मंडला जिले में संचालित कृषि विभाग द्वारा किसान कल्याण हेतु कई प्रकार की शासकिय योजनाएं संचालित की जाती है, जिनमे से एक योजना है बलराम तालाब जिसमे जाति वर्ग अनुसार 80,000 एवम 100000 राशि अनुदान हेतु देय है इसी योजना के अंतर्गत नैनपुर के कृषक संजय कुमरे ग्राम माखा टोला, अजय कुमरे ग्राम माखा टोला, चंद्र सिंह कुमरे, आरती कुमरे, समीर तिलगाम डिठोरी, सुभाष कुमार प्रजापति नैनपुर, तेज लाल झरिया ग्राम मक्के द्वारा आवेदन किया गया और लाटरी सिस्टम के अनुसार नैनपुर ब्लॉक के पांच कृषकों का चुनाव किया गया और इन कृषकों द्वारा तालाब बनाने के लिए कृषक ने राशि या तो ब्याज से उठाई या तो गहने गिरवी रखकर तालाब का निर्माण कराया क्योंकि उन्हें विश्वास था की शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें जरूर मिलेगा लेकिन ये वरिष्ठ अधिकारियों की उदासीनता बोली जाए या वरिष्ठ अधिकारियों की पैसों की भूख जो तालाबों का निरीक्षण करने के बावजूद भी हितग्राहियों के अनुदान की राशी को रोक कर रखा गया है।
वही इन्हीं ग्रामों के कृषकों का कहना है की जिला ऑफिस मे किसी भी प्रकार का काम हो बिना दान दक्षिणा के नही होता है और यहां तक कि जब इन कृषकों द्वारा नियत समय में तालाब का निर्माण फरवरी माह में ही करा लिया गया था लेकिन निरक्षण मे जिले अधिकारियों द्वारा लेट लतीफी के कारण मार्च महीने में वो राशि शासन को वापस चली गई और अगर यही स्थिति रही तो राशि शासन को ही आती जाती रहेगी, औऱ जिम्मदारों की लापरवाही के चलते किसानों को नही मिलेगी औऱ कृषकों की माने तो जब योजनाएं कृषक कल्याण के लिए ही है तो उन्हें इस तरह से परेशान आखिर क्यों किया जाता है, अगर योजनाएं इस प्रकार से संचालित की जाती है तो हमें शासन की किसी भी प्रकार की योजना का लाभ नही चाहिए ऐसा कहना है कृषकों का अब शासन प्रशासन के ही उपर है ऐसे अधिकारियों के उपर अंकुश लगाना नही तो कृषकों का रुख सीधे होगा मुख्यमंत्री की ओर क्योंकि शासन को बिना जगाए शासन का ध्यान इन गरीब किसानो की तरफ कभी नहीं जाता।