रानी दुर्गावती विश्विद्यालय शेक्षणेत्तर कर्मचारी संघ जबलपुर ने 16 अगस्त को छुट्टी
रेवांचल टाईम्स – रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरू कार्यालय में आज दिनांक 14.08 2024 को पूर्णह 11 बजे बंशबहोर पटेल, संजय यादव, रामसजीवन सोधिया, अंकित श्रीवास, रामनरेश पाण्डेय इत्यादि द्वारा कर्मचारियों को आगामी 16 अगस्त की छुट्टी घोषित करने तथा 2008-2013 के समयमान वेतनमान की अंतरराशि के भुगतान का बहाना लेकर करीब 50-60 कर्मचारियों के साथ माननीय कुलगुरू महोदय के पास गये और उन पर अपने नाती अभिषेक पटेल, जो कि कुलगुरू निवारा पर साप्ताहिक धमिक चौकीदार की ड्यूटी करता था. ड्यूटी से अनुपस्थित पाये जाने के कारण जिसकी सेवाएं विगत दिवस समाप्त कर दी गई थी. कुलगुरू महोदय पर अनायास दबाव बनाने लगे कि तेया से बाहर किये गये साप्ताहिक श्रमिक को वापिस सेवा लिया जाय। उल्लेखनीय है कि सेवा समापा किया गया श्रमिक अभिषेक वंशबहोर पटेल का नाति है. और पटेल के और भी कई अन्य रिश्तेदार भी विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।
वही इस कुलगुरु महोदय द्वारा अत्यंत विनम्रतापूर्वक कहा गया कि चूंकि सेवा समाप्ति का आदेश कुलसचिव द्वारा जारी किया गया है, इसलिये आप इस संबंध में कुलसचिव से बात करियं लेकिन वे नहीं माने और अभद्रता करने लगे, इस पर कुलगुरू महोदय कक्ष से बाहर आ गये और उन्होंने इस प्रकार दबाव में कार्य करने से इंकार कर दिया।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय शैक्षणेतर कर्मचारी संप इस प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से स्पष्ट करता है कि उक्त घटनाक्रम में संग का कोई अधिकृत निर्वाचित पदाधिकारी सम्मिलित नहीं था। संघ इस हेतु कुलगुरू महोदय क्षमा प्रार्थना भी करता है। श्री पटेल द्वारा अपने रिश्तेदार को सेवा में वापिस लेने हेतु कुलगुरू पर दबाव बनाने के लिये कर्मचारियों से झूठ बोलकर कुलगुरू कक्ष में ले गये और अनायास दबाव बनाते हुए अभद्र व्यवहार किया। संघ कतिपय कर्मचारियों द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार की कटु शब्दों में निंदा करता है तथा माननीय कुलगुरू महोदय जिनके कुशल नेतृत्व में हाल ही में नेक टीम द्वारा ए रोड प्रदान किये जाने विशेष उपलब्धि प्राप्त की है, को ऐसे स्वार्थपरायण कर्मबारियों से निष्वभावित होते हुए विश्वविद्यालय हित एवं कर्मचारी हित में कार्य करने की विनम्र अपील करता है। यह भी उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय द्वारा विगत वर्ष जारी शिक्षकीय भर्ती प्रक्रिया को बंशयहोर पटेल के पुत्र रामानुज पटेल द्वारा माननीय न्यायालय में चुनौती दी गई थी, माननीय न्यायालय द्वारा पारित निर्णय की विरोध में विश्वविद्यालय रिव्यु पिटीशन फाइल को है. जिसका विरोध भी बशबहोर पटेल द्वारा किया जा रहा है। कर्मचारी संघ उक्त भर्ती प्रक्रिया को ताकाल प्रभाय से निरस्त करते हुए नये सिरे निष्पक्ष भार्गी प्रक्रिया प्रारम्भ करने की मांग करता है।