कान्हा राष्ट्रीय उद्यान ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बावजूद पर्यटकों के लिए बहाल 10 अक्टूबर तक मांगे पूरी न होने पर होगा उग्र आंदोलन ग्रामीण ने दी चेतावनी
रेवांचल टाईम्स मंडला – नैनपुर कान्हा राष्ट्रीय उद्यान का शुभारंभ होते ही स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया हर साल की तरह इस साल भी एक अक्टूबर को लगभग सभी राष्ट्रीय उद्यानों के गेट खोले गए इसी उपलक्ष्य में जहां शासन प्रशासन शुभारंभ की तैयारी में जुटा हुआ था वही ग्रामीणों के द्वारा इसका विरोध प्रदर्शन कर अनिश्चित आंदोलन की चेतावनी दी गई बताया जाता है कि स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन का कारण वहां पर्यटकों के लिए लगने वाले गाइड व जिप्सी स्थानिक लोगों को रोजगार न देकर वहां लगे बड़े रिजॉर्ट होटल के द्वारा उनकी वैकल्पिक व्यवस्था कर दी जाती है जिसके चलते स्थानीय लोगों को उद्यान का लाभ नहीं मिल पाता जहां भारत सरकार मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है वहीं ऐसी घटना का घटित होना प्रशासन की लापरवाही उजागर करती है विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन के द्वारा भी सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे एसडीओपी मौका स्थल पर पहुंच चुकी थी किंतु ग्रामीण भोली भाली जनता फिर एक बार आश्वासन का शिकार हो गई और उन्हें अपना विरोध प्रदर्शन को कुछ दिनों के लिए स्थगित करना पड़ा अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो 10 अक्टूबर को फिर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है इस आंदोलन में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक शिवराज शाह भी ग्रामीणों के साथ आवाज उठाने तैयार नजर आ रहे हैं। इस आंदोलन के अध्यक्ष भगवान सिंह परमार उपाध्यक्ष सोहन सिंह बेग सचिव शाकिर खान लगभग 5 ग्राम पंचायत के ग्रामीण उपस्थित होकर इस आंदोलन का हिस्सा बने इन लोगों ने एकत्रित होकर डायरेक्टर एस के सिंह को ज्ञापन सोपा गया।