जिला पंचायत ने कि कार्यवाही ग्राम पंचायत सचिव राजू नंदा को किया निलंबित…

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जिला पंचायत ने कि कार्यवाही ग्राम पंचायत सचिव राजू नंदा को किया निलंबित…

रेवांचल टाइम्स मंडला- आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में भ्रष्टाचार और गबन घोटाले करने में कोई भी ग्राम पंचायत अछूती नहीं है, लेकिन फिर भी दोषी केवल छोटे कर्मचारी ही नजर आ रहे है और ऊपर बैठे बड़े बड़े भ्रस्टो ही कार्यवाही नही होती है और उन पर कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है ।
वही घुघरी की पांडकला ग्राम पंचायत में निर्माण कार्यों में भी भारी भ्रष्टाचार सरकारी पेसो का गबन हुए होने की जानकारी और ग्रामीणों ने शिकायत के माध्यम से जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी को मौखिक के साथ साथ लिखित शिकायत कि है, वही ग्रामीणों के द्वारा अनेकों बार शिकायत की गई औऱ समाचार के माध्यम से भी खबरें प्रकाशित की गई तब कही जाकर अपने किये गए कार्यों में लापरवाही के चलते उदासीनता एवं वित्तीय अनिमित्ताये के चलते केवल निलंबन कि कार्यवाही की गई आखिर कही न कही ग्रामीणों की शिकायत रंग लाई
ऐसा ही नया मामला जनपद पंचायत घुघरी की ग्राम पंचायत पाण्डकला का आया है जहां पर पंचायत सचिव को निलंबित करके जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है जिसमें विधानसभा चुनाव के पूर्व आंगनवाड़ी मरम्मत एवं मतदान केंद्र में साफ सफाई कार्य के देयकों का भुगतान नहीं किया गया। ग्राम सैलवारा में खेरमाई के पास रंगमंच निर्माण कार्य विधायक निधि से कराया गया है जिसका भुगतान नहीं किया गया । ग्राम सैलवारा किसानटोला में सी.सी.रोड निर्माण कार्य जिसकी लम्बाई 120 मीटर है जिसकी मजदूरी एवं सामग्री का भुगतान नहीं किया गया है। ग्राम के हितग्राही जिनकी मृत्यु हो गई है। धन्ने लाल पिता भीम्हा का मृत्यु प्रमाणपत्र, बसंती बाई नंदा का मृत्यु प्रमाणपत्र एवं लक्ष्मण सिंह पिता कमल सिंह के पुत्र का जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनाया गया है । खाद्यान्न पर्ची से मुक्त हितग्राही – फुंदीलाल पिता समारी गौड़ हेमराज पिता खेतू गौड़ ,लक्ष्मण सिंह पिता कमलसिंह पप्पूलाल पिता गुड्डू मनीष नंदा पिता मुन्नालाल नंदा, संजय झरिया पिता मदनलाल झारिया एवं इंद्रेश नंदा पिता अनिल नंदा ग्राम सैलवारा के खाद्यान्न पर्ची जारी नहीं की गई है । संबल योजना से पात्र हितग्राही – पंचम पिता बिरझू, दशरथ झारिया पिता चमरा ग्राम सैलवारा के अभिलेख प्राप्त होने के उपरांत भी योजना का लाभ नही दिया जा रहा है । तत्संबंध में कार्यालयीन ज्ञाप क्रमांक क्रमांक/जि.पं/ पंचायत.प्रकोष्ठ/2024 /4898 मंडला दिनांक 20फरवरी 2024 के द्वारा राजू नंदा सचिव ग्राम पंचायत पाण्डकला को कारण बताओ नोटिस पत्र जारी किया जाकर दिनांक 29/02/2024 तक जवाब प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया था निर्देश के पालन में राजू नंदा द्वारा निर्धारित अवधि में अपना लिखित प्रतिउत्तर प्रस्तुत किया गया ।उपरोक्त अभिमत से स्पष्ट है कि राजू नंदा के द्वारा सचिवीय पद रहते हुए अपने कार्य के प्रति लापरवाही स्वेच्छाचारिता उदासीनता एवं वित्तीय अनियमितता बरती गई। शासन द्वारा जारी आदेशों /निर्देशों की अवहेलना की गई है जो कि म.प्र.पंचायत सेवा (आचरण) नियम 1998 के नियम (एक)(दो)(तीन) का स्पष्ट उल्लंघन होना पाया जाता है । उक्त कृत्य सचिवीय पदीय दायित्वों के विपरीत है ।
जो कि प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर म.प्र.पंचायत सेवा ( अनुशासन एवं अपील) नियम 1999 के नियम 4 के तहत राजू नंदा सचिव को ग्राम पंचायत पाण्डकला जनपद पंचायत घुघरी जिला मंडला को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है..

सरपंच संघ के उपाध्यक्ष हैं सरपंच

वही जानकारी के अनुसार पाण्डकला ग्राम पंचायत में फर्जी बिल सरपंच की ही मर्जी से लगते हैं और जिसका बिल लगाते हैं उसमें कमीशन भी फिक्स रहता है इनका आखिर क्यों न हो क्योंकि ये घुघरी जनपद पंचायत के सरपंच संघ के उपाध्यक्ष जो हैं। इन्हें शासन से छूट दे दी गई हैं शायद यह जनचर्चा का विषय बना हुआ है कि केवल सचिब के ऊपर ही कार्यवाही क्यों सरपंच को आखिर क्यों बचाया जा रहा हैं कही न कही जो वित्तीय अनिमित्ता हुई है उनमें सरपँच के बिना सचिब अकेले कैसे कर सकता हैं पर केवल सचिब पर कार्यवाही यह सोचनीय विषय हैं।

कार्रवाई केवल सचिव पर
सरपंच उपयंत्री पर आंच भी नहीं..

ग्राम पंचायत पाण्डकला में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं उनमें भ्रष्टाचार देखने ही मिलता है वर्तमान में हुए कूप निर्माण के कार्यों में भी बिल लगाये गये हैं लेकिन उनके कार्यों की गुणवत्ता देख सकते हैं..

ग्रामीण कर चुके हैं अनेक शिकायत लेकिन जांच के नाम पर शून्य

वही जानकारी के अनुसार ग्राम वासियों ने अनेक शिकायत की है और जनपद से लेकर जिला पंचायत तक जांच की माँग करते हुए शिकायत की गई है लेकिन आज तक निष्पक्ष जांच नहीं हो पायी और न ही सरपंच उपयंत्री के उपर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इससे साफ नजर आता है कि कहीं न कहीं सरपंच संघ के उपाध्यक्ष जो हैं जो राजनीतिक औऱ जिम्मेदारो को खुला संरक्षण के चलते पंचायत में सरकारी धन में भ्रष्टाचार करने के लिए खुला छोड़ दिया गया हैं।
जनपद पंचायत घुघरी की ग्राम पंचायतों में आखिरकार ये भ्रष्टाचार किसकी सह पर फल फूल रहा है औऱ सरकारी धन में लूट मची हुई आपस मे सब मिल बाट कर जनउपयोगी योजनाओं में प्राप्त राशि को हजम कर रहे है और डकार भी नही ले रहे है और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी ने तो गाँधी जी के तीन बंदरों की तरह चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं।

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