पिंडरई में की गई ब्रह्माण्ड के देवता की सक्रिय पूजन
रेवांचल टाईम्स – मंडला व्रती नगरी पिंडरई में पंचम निर्यापक श्रमण मुनि श्री समता सागर महाराज जी ससंघ के मंगल सानिध्य में ब्रह्माण्ड के देवता आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज एवं नवाचार्य की सक्रिय पूजन भव्यता के साथ संपन्न हुई। पिंडरई पाठशाला की शिक्षिका ब्र. साक्षी जैन जी ने साधु सेवा समिति के प्रभारी ऋषभ जैन जी को जानकारी दी कि इस सक्रिय पूजन की योजना पूज्य मुनि श्री की भावना के अनुरूप नगर गौरव ब्रह्मचरणीय साधना दीदी जी, ब्र. शालिनी दीदी जी, ब्र. ताशु दीदी जी एवं प्रतिभा स्थली की भूत पूर्व छात्रा बहन किंजल ने तैयार की। सक्रिय पूजन के अंतर्गत पाठशाला के बच्चे, महिला मंडल, बालिका मंडल ने पूज्य आचार्य भगवन के प्रकल्प जैसे हथकरघा, गौशाला, प्रतिभास्थली, प्राचीन भोजन, प्राचीन भारत, हिन्दी भाषा, पाषाण जिनालय आदि विषयों में अपनी प्रेरणा दायक प्रस्तुति दी।
आयोजन के एकलव्य विश्वविद्यालय की कुलपति आदरणीय डॉ. सुधा मलैया जी की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। विशिष्ट अतिथि आदरणीय मलैया जी अपने उद्बोधन में पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी के कुंडलपुर से जुड़े संस्मरण सभी को सुनाया। संस्मरण को सुनकर उपस्थित जन मानस की आँखें भर आई थी। संत शिरोमणि के अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में पिंडरई के नवयुवक मंडल द्वारा मध्यान में बाजार चौक में मिष्ठान वितरण किया गया। रात्रि में कटनी से आए ग्रुप ने आचार्य श्री विद्यासागर जी के जन्म से संबंधित नाटिका से सभी का मन मोह लिया। धर्म नगरी पिंडरई में अपने भगवान के जन्मदिन के अवसर पर समस्त जैन समाज में काफी उत्साह देखने को मिला।