सुहागिनों का पवित्र त्योहार करवा चौथ…
रेवांचल टाईम्स – हमारे भारतीय संस्कृति मैं रचे बसे पति-पत्नी के पवित्र बंधन मैं समर्पित सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखकर शाम को करवा चौथ माता की पूजा कर कहानी सुनती है रात को चंद्र देवता को अर्क देकर अपने पति द्वारा जल ग्रहण कर के व्रत का समापन करती है बाद में अपने पति के चरण छूकर अपने पति से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त करती है आज करवा चौथ के पावन पर्व पर हम आपको एक नहीं दो जोड़ों से अवगत करवाते हैं जो एक ही परिवार से हैं वह एक दूसरे की प्रेरणाओं से यह व्रत एक दूसरे के लिए कर रहे हैं राजस्थान के कोटा शहर के चंबल किनारे बसै बालिता रोड बैंक कॉलोनी मैं निवास करते हैं समाजसेवी व्यवसाय देव कुमार जी राठौर ने हमें बताया कि पत्नी सुशीला रानी राठौर वह मैं एक दूसरे को समर्पित यह 30 वा करवा चौथ निर्जला व्रत करने जा रहे हैं देव कुमार जी राठौर आगे बताते हैं की जब हमारी शादी होकर धर्मपत्नी सुशीला रानी राठौर हमारे घर आंगन में आई तो चारों ओर से खुशियां आने लगी पहले ही दिन से मेरे घर परिवार को समर्पित ऐसी देवी रूपा धर्मपत्नी को देखकर मेरे मन में भी एक विचार आया जब यह मेरे साथ के लिए मां करवा चौथ का व्रत मेरी लंबी आयु के लिए रख सकती है तो मैं क्यों नहीं इन्हें जितने मेरे साथ की जरूरत है उतनी ही मुझे भी तो इनके साथ की जरूरत है तब से हम दोनों एक दूसरे के लिए व्रत रख रहे हैं इस बार मेरी खुशी दोगुनी हो रही है 7 मार्च 2024 को इसी वर्ष शादी होकर आई मेरी बहू पूजा राठौर वह पुत्र तरुण राठौर भी दोनों एक दूसरे के लिए मां करवा चौथ व्रत रख रहे हैं!