मौत की लाइन को रोज क्रास करते हैं दादा साहेब गायकवाड नगर के रहवासी. जस्टीशिया (NGO) नें की ओवर ब्रिज बनाने की मांग.
रेवांचल टाईम्स – नेहाल हसन मुंबई गोवंडी स्टेशन रेल मंत्रालय ने जहां देश भर में अधिकांश मानव क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया है वहीं चेंबूर और गोवंडी रेलवे स्टेशन के बीच पड़ने वाले कर्मवीर दादा साहेब गायकवाड़ नगर झोपड़पट्टी के निवासियों को जान हथेली पर रखकर रेल पटरी पार करनी पड़ती है। जिसके कारण हर साल दर्जनों लोगों को रेल पटरी पार करते समय जान गंवानी पड़ रही है। कई स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और रहवासियों ने इस मुद्दे को उठाया है लेकिन उसके बाद भी रेल प्रशासन की ओर से यहां ओवर ब्रिज नहीं बनाया गया। समाज के हित में जस्टीशिया अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संगठन (NGO) कें संस्थापक फैजभाई सय्यदजी, सीईओ वकील सागर कांबळेजी और स्थानिक रहवासी श्री.सुबोध कांबळेजी ने 8-2-2024 को बीएमसी में शिकायत दर्ज करके एक बार फिर इस गोवंडी स्टेशन पर दिव्यांग लोगों के लिए कोई लिफ्ट नहीं है जो मरीज है और बुजुर्ग लोग हैं उनके लिए स्लाइडार सीडी भी नहीं है अगर टिकट भी लेना हो तो देवनार वासी को उस पर जाकर लेना पड़ता है रेलवे केंद्र मंत्री सहाब से गुजारिश है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री साहब खासदार साहब और आमदार साहब और स्थानीय नगर सेवक सहाब से इन मुद्दे को संज्ञान में लेते हुए स्कूली बच्चों को और स्थानीय लोगों की जान बस सके और सुरक्षित रहें ओवर ब्रिज बनाने की मांग प्रशासन सें की है जल्द से जल्द प्रशासन नींद से जागे ताकि कोई बड़ी दुर्घटना होने से पहले ओवर ब्रिज का काम चालू कर दिया जाए स्थानीय लोगों की यही मांग है।