वर्तमान उपसरपंच और भूतपूर्व सोसायटी अध्यक्ष की गुंडई सोशल मीडिया में हुई वायरल..
स्वयं का अमानक गेहूं खरीदने का बना रहा था दबाव...
रेवांचल टाईम्स – मंडला, वर्तमान समय में मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा पूरे राज्य में किसानों से गेहूं खरीदी की जा रही है, जिसमें सरकार द्वारा किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए खरीदी संबंधित कुछ रियायत बरती गई है, जिस वजह से खरीदी केंद्रों में और स्व सहायता समूहों के माध्यम के द्वारा किसानों से गेहूं की फसल का उपार्जन सरकार द्वारा किया जा रहा है, पूरे जिले में जहां किसानों को रियायत देते हुए मानक स्तरों को ध्यान में रखते हुए किसानों को गेहूं खरीदी केंद्रों में लाने को कहा जा रहा है जिससे की किसानों को कोई समस्या न बने और आसानी से गेहूं की खरीदी उपार्जन केंद्रों में सरकार द्वारा किसानों से की जा सकें। परंतु कुछ दिनों पूर्व मंडला जिले के बिछिया तहसील के अंतर्गत मांगा खरीदी केंद्र में उस समय माहौल गर्म हो गया जब भूतपूर्व सोसायटी अद्क्ष्य और वर्तमान उपसरपंच मनोज पटेल सीलगी के द्वारा अपना नॉन FAQ गेहूं को खरीदी केंद्र मांगा में ले जाकर के केंद्र प्रभारी श्रीमति पुष्पलता पुसाम प्रबंधक जन जागरण स्व सहायता समूह के ऊपर खराब खेहूं खरीदने का दवाब बनाया जाने लगा और जब खरीदी केंद्र प्रभारी पुष्पलता पुसाम के द्वारा NON FAQ गेहूं को खरीदने से मना कर दिया गया तो भूतपूर्व सोसयाटी अधक्ष्य मनोज पटेल पिता गंगा राम निवासी सिलगी के द्वारा गाली गलौच कर अपशब्दों का इस्तेमाल किया जाने लगा। मनोज पटेल जो की वर्तमान में सिलगी उपसरपंच के पद पर पदस्थ है उसके द्वारा अपनी राजनीति पकड़ का रुतबा दिखाने का प्रयास किया गया। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा है की किस तरह से मनोज पटेल के द्वारा अपनी गुंडई दिखाई जा रही है ,और केंद्र में तुलाई के प्रयोग में लाए जाने वाले काटे को तोड़ने की बात कही जा रही है अब सवाल पैदा यह होता हे की जब एक जन प्रतिनिधि के द्वारा अपनी पहुंच और पकड़ बतला कर और गंदी गंदी गालियों का इस्तेमान कर खरीदी केंद्र प्रभारी को अपशब्दों का इस्तेमाल कर अपनी खराब गेहूं को खरीदी कराने का दवाब बनाया जा रहा है तो आम जनता और अन्य किसानों को इससे शय मिलना तय है।मिली जानकारीनुसार मनोज पटेल के द्वारा भूतपूर्व सोसायटी अद्दक्ष्य पद पर रहते हुए ककैया लैंप्स से लाखों का गबन और हेराफेरी किया गया है, जो की वर्तमान में न्यायालय से जमानत पर रिहा है, और पैसों के गबन का केश न्यायालय में विचाराधीन है। मनोज पटेल जो की वर्तमान समय पर सिलगी ग्राम पंचायत में उपसरपंच के पद पर पदस्थ है उसके द्वारा स्वयं की ग्राम पंचायत में पहुंच और पकड़ के चलते स्वयं के द्वारा सरकारी कामों की ठेकेदारी भी किए जाने का आरोप है।
एक जनप्रतिनिधि के द्वारा राजनीतिक पकड़ का अपना रुतबा और अपनी गुंडई दिखाते हुए स्व सहायता समूह की अध्यक्ष को यह बोला गया की मेरी पहुंच और पकड़ ऊपर तक है लाखों का गबन करने के बाद में भी जब मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाया तो फिर मेरा खराब गेहूं खरीदने से कौन मना कर सकता है, जिस किसी ने भी मेरी खराब गेंहूं को खरीदने से मना किया तो उसको में नपवा दूंगा और चैन से जीने नहीं दूंगा क्योंकि मेरे सत्ताधारी पार्टी और जिले की कैबिनेट मंत्री से बहुत अच्छे संबध है।वायरल वीडियो में कुछ आंशिक भाग भी दिख रहें हे जिसमे सिलगी निवासी मनोज पटेल अपने पद का रुतबा दिखाते हुए कैसे तौल करने वाले काटा को तोड़ने की बात कहते हुए अपशब्दों का और गालियों का इस्तेमाल कर रहा है जिससे आहत होकर के खरीदी केंद्र प्रभारी श्रीमति पुष्पलता पुसाम प्रबंधक जन जागरण स्व सहायता समूह दानिटोला खरीदी केंद्र मांगा के द्वारा कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बिछिया जिला मंडला के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाई गई है।
आवेदन पत्र और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम न्यायालय बिछिया ने नोटिस जारी कर वर्तमान उपसरपंच (भूतपूर्व सोसायटी अध्यक्ष) मनोज पटेल को नियत दिनांक 8 मई 2024 में न्यायालय अनुविभागीय (राजस्व) बिछिया के समक्ष उपस्थित होकर के अपना मौखिक जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है, यदि नियत तिथि को अनावेदक मनोज पटेल प्रस्तुत नहीं होता है तो न्यायालय द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही कर जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जाना नियत किया गया है।