गांव-गांव भ्रमण कर ले रहे स्वास्थ्य की जानकारी नारायणगंज में कॉम्बेट टीम 24 घंटे सक्रिय
मंडला 30 जुलाई 2024
बारिश के सीजन में होने वाली जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य बिगडने पर तत्काल नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में सम्पर्क करने के समझाईश दी जा रही है। साथ ही ग्रामों में पेयजल की जांच के साथ पानी टंकी और कुओं समेत अन्य जल स्त्रोतों का क्लोरीनीकरण किया जा रहा है। मेडिकल टीम गांव-गांव भ्रमण करते हुए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लोगों से एकत्र कर रही है संदिग्ध मरीज मिलने पर तत्काल उपचार प्रदान किया जा रहा है।
खंड चिकित्सा अधिकारी ए एल कोल ने बताया कि नारायणगंज क्षेत्र के किसी भी ग्राम में बीमार व्यक्ति की सूचना मिलते ही कॉम्बेट टीम उक्त ग्राम में पहुंचकर संबंधित मरीज का तत्काल उपचार प्रदान कर रही है। ग्रामों में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सीएचओ अपने क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है। उल्टी दस्त और डायरिया के मरीज सामने आने पर तत्काल उपचार दिया जा रहा है। ग्रामों में साफ सफाई के लिए लोगों को समझाईश भी दी जा रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि इस बारिश के सीजन में उल्टी, दस्त और डायरिया का संक्रमण जल्दी फैलता है। जिसके कारण साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। साफ, शुद्ध पीने का पानी उपयोग करें। पौष्टिक आहार को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करे।
गतिविधि के माध्यम से कर रहे जागरूक
ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित पेयजल और व्यक्तिगत तथा सामुदायिक स्वच्छता को प्रोत्साहित करने के लिए नारायणगंज ब्लाक के ग्रामों में विविध गतिविधियां आयोजित कराई जा रही है। जिसमें आशा, एएनएम, सीएचओ, एमपीडब्ल्यू समेत स्वास्थ्य विभाग की टीम शामिल होकर लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक कर रही है। गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीणों को घरों के शौचालय, सामुदायिक शौचालय की साफ सफाई, ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के निपटान की जानकारी दी गई। इसके साथ सीबीएमओ डॉ. एएल कोल ने ग्राम सिघनपुरी पहुंचकर ग्रामीणों को साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि शौच के बाद, खाने के बाद हाथों को अच्छे से साबुन से धोए, जिससे इस बारिश में संक्रमण से बचा जा सकता है। नारायणगंज के सभी ग्रामों में कॉम्बेट टीम 24 घंटे सक्रिय है। प्रतिदिन गांव-गांव भ्रमण कर लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर फालोअप कर रही है। इसके साथ ही ग्रामों में स्थित हैंडपंपो के आसपास दूषित पानी के भराव को मुर्रम डाल कर भरवाया जा रहा है। इसके साथ ही कुओं का भी क्लोरीनीकरण किया जा रहा है।