जनपद पंचायत महेंदवानी बना भ्रष्टाचार का गढ़ एसडीओ उपयंत्री सरपंच सचिव ने मिलकर चेकडैम को चंद महीनो किया खोखला
बोल्डर डालकर कराया गया चैकडेम निर्माण,एप्रोन भी क्षतिग्रस्त
रेवांचल टाईम्स – आदिवासी बाहुल्य जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा में है और भ्रष्ट अधिकारियों की बल्ले बल्ले है क्योंकि सरकारी धन सब मिलकर बाट कर खाई जा रही हैं, जनपद पंचायत मेहंदवानी के ग्राम पंचायत जैतपुरी का मामला एसडीओ उपयंत्री परमेश्वर बॉडिचार को महारत हासिल है भ्रष्टाचार करने में बजाग से लेकर महेंदवानी तक इन्होंने जमकर मचाया भ्रष्टाचार
जिले के जनपद पंचायत मेहंदवानी अंतर्गत ग्राम पंचायत जैतपुरी में जिम्मेदारों के द्वारा निर्माण कार्यों में जमकर अनियमितता बरती जा रही है। लाखो रु की लागत से कराए गए निर्माण कार्य भृष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। बताया गया कि सरपंच – सचिव और तकनीकी अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है।
ये है पूरा मामला
दरअसल ग्राम पंचायत जैतपुरी अंतर्गत कछारी नाला के टेडिया नाला में सरपंच सचिव के द्वारा लाखो रु की लागत से चैकडेम का निर्माण वित्तीय वर्ष 2023 -24 में कराया गया है। बता दें कि चैकडेम का निर्माण में जिम्मेदारों के द्वारा जमकर लापरवाही बरती गई है। जिम्मेदारों के द्वारा मापदंड को दरकिनार कर चैकडेम का घटिया निर्माण कर लाखो रु का बंदरबांट किया जा रहा है। उक्त चैकडेम निर्माण के दौरान बोल्डर डाले गए है,जो स्पस्ट दिख रहा है। वहीं एप्रोन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।
सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार बगैर नीव बनाए ही कराया गया चैकडेम निर्माण
बता दें कि चैकडेम के नीचे की हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है,जिससे पानी रिसाव हो रहा है। वहीं साइडवाल के नीचे का हिस्सा भी खोखला हो गया है, जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्माण एजेंसी के द्वारा चैकडेम निर्माण कराने से पहले नींव की खुदाई कर नहीं बनाया गया है। निर्माण एजेंसी ऊपर ही ऊपर चैकडेम बनाकर तैयार कर दिया गया है। यदि नींव बनाया गया होता तो,चैकडेम खोखला नहीं होता न ही पानी का रिसाव होता।
तकीनीकी अमले के कार्यप्रणाली पर उठ रही सवाल
ग्राम कछारी के टेडिया नाला में बनाये गए चैकडेम की स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मापदंड के विपरीत कराया गया है। जबकि चैकडेम की गुणवत्ता की देखरेख की जिम्मेदारी उपयंत्री और एसडीओ को दी गई है,किंतु इनके द्वारा देखरेख नहीं करने के चलते निर्माण एजेंसी मनमानी पूर्वक मापदंड के विपरीत घटिया निर्माण कराया जा रहा है। ये भी कहा जा सकता है कि सरपंच सचिव और तकनीकी अधिकारियों की मिलीभगत से स्वयं को अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में चैकडेम का गुणवत्ताविहीन निर्माण कराया गया है।
सचिव ने जानकारी देने से झाड़ा पल्ला
वहीं चैकडेम की लागत व अन्य जानकारी के लिए सचिव गणेश प्रसाद से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है,जो लिखना है लिख दो।
इनका कहना है,,,
फोटो,वीडियो भेज दीजिये, मैं जांच टीम गठित कर एक सप्ताह के अंदर जांच लेता हूँ। जांच उपरांत गड़बड़ी पाई जाती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद कुमार ओझा,
सीईओ,जपं. मेहंदवानी
आपके माध्यम से जानकारी मिली है,जल्द ही जांच कराई जाएगी। जांच में अनियमितता पाई जाती है तो वसूली और निर्माण एजेंसी और इंजीनियर के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
डीएस आर्मो,
ई ई, आरईएस विभाग डिंडौरी।