नहीं रहे वरिष्ठ अधिवक्ता प्रमोद खरया: जिले के विधि जगत को अपूरणीय क्षति

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रेवांचल टाइम्स, मंडला: मंडला जिले के वरिष्ठतम और प्रख्यात अधिवक्ता प्रमोद खरया का 14 दिसंबर 2024 की रात लगभग 8:30 बजे निधन हो गया। 82 वर्षीय श्री खरया, जो जिले के कानूनी जगत में एक आदर्श और मार्गदर्शक के रूप में देखे जाते थे, ने अपने पीछे गहरी छाप छोड़ते हुए अलविदा कह दिया।

उनकी अंतिम यात्रा 15 दिसंबर 2024, रविवार को दोपहर 3:30 बजे उनके पड़ाव स्थित निवास से खैरी मुक्ति धाम के लिए निकाली गई। इस दौरान अधिवक्ता समुदाय, परिवार, मित्र, चिकित्सक, और समाज के अन्य वर्गों के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे। अंतिम संस्कार के दौरान उनके पुत्र अधिवक्ता आलोक खरया ने उन्हें मुखाग्नि दी।

शोकसभा और श्रद्धांजलि

खैरी मुक्ति धाम में आयोजित शोकसभा में श्री खरया के योगदान को याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति और परिवार को इस दुख सहने की शक्ति प्रदान करने के लिए मौन धारण किया गया। शोकसभा में उपस्थित लोगों ने उन्हें एक ऐसे अधिवक्ता के रूप में याद किया, जो न केवल अपने कानूनी ज्ञान में प्रवीण थे, बल्कि समाज और अधिवक्ता समुदाय के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाते थे।

कानूनी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान

प्रमोद खरया को उनके गहन कानूनी ज्ञान और वकालत में बेहतरीन अनुभव के लिए जाना जाता था। वे केवल एक वरिष्ठ अधिवक्ता ही नहीं, बल्कि कई युवा अधिवक्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत थे। जिले के कई वकीलों ने उनके मार्गदर्शन में वकालत की शुरुआत की और उनसे कानून की बारीकियां सीखीं। उनकी समझ, अनुभव, और सहज व्यक्तित्व ने उन्हें जिले में विधि जगत का एक मजबूत स्तंभ बनाया।

विधि समुदाय में शोक की लहर

जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रामेश्वर झरिया ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “श्री खरया का जाना विधि समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी सहजता, सरलता और जूनियर अधिवक्ताओं के प्रति उनका मार्गदर्शन हमेशा याद रहेगा। वे हर समय अधिवक्ता साथियों की मदद के लिए उपलब्ध रहते थे और उनकी कानूनी समझ बेजोड़ थी।”

एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व

श्री खरया का जीवन न केवल एक सफल अधिवक्ता का था, बल्कि एक ऐसा जीवन था जो समाज, कानून और मानवीय मूल्यों की सेवा में समर्पित था। वे हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते थे और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें दूसरों से अलग बनाती थी।

परिवार और समुदाय में शोक

उनके परिवार में इस कठिन समय में गहरा दुख है, लेकिन उन्हें इस बात का गर्व भी है कि प्रमोद खरया ने समाज में अपनी पहचान और सम्मानजनक स्थान बनाया। जिले के अधिवक्ता समुदाय ने उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

प्रमोद खरया का निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि मंडला जिले के कानूनी समुदाय और समाज के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उनका जाना जिले के विधि जगत में एक ऐसा शून्य छोड़ गया है, जिसे भर पाना मुश्किल होगा। उनकी यादें और उनकी शिक्षाएं हमेशा अधिवक्ताओं और समाज के बीच जीवित रहेंगी।

“रेवांचल टाइम्स” उनके योगदान को नमन करता है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता है।

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