सिंधी समाज की महिलाओं ने किया होलिका माता पूजन….
मीठी रोटी, सिंधी गीयर, गुलाब जामुन, रेवड़ी और अन्य सामग्री का लगाते हैं भोग
रेवांचल टाईम्स – मंडला, रंगों के पर्व होली की पारंपरिक पूजा के अंतर्गत धुरेङी पर्व के एक दिन पूर्व सिंधी समाज की महिलाएं प्रतिवर्ष सामूहिक रूप से होलिका माता की पूजा करती है,इसमें पारंपरिक व्यंजन मीठी रोटी, सिंधी गीयर, गुलाब जामुन,भजिया, रेवड़ी आदि का भोग लगाया जाता है, इस पूजा में मीठी रोटी जो कि होलिका माता का प्रतीक है इसके ऊपर धागा बांधा जाता है, इसमें धागा भक्त प्रहलाद का प्रतीक है, इसमें मीठी रोटी को अग्नि दी जाती है तो मीठी रोटी जल जाती है और धागा जो कि भक्त प्रहलाद का प्रतीक है वह शेष रह जाता है इसका आशय यह है कि बुराई पर अच्छाई की जीत और हम इसे परंपरा के तौर पर पूजन करते हैं, इस अवसर पर सामाजिक महिलाएं उपवास रखती हैं और पूजन अर्चन के बाद ही प्रसादी ग्रहण करती हैं, सभी महिलाओं ने एक दूसरे को होली पर्व की शुभकामनाएं दी और परंपराओं को निभाते हुए विधिवत पूजन अर्चन किया।