मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग भोपाल ने 14 मामले को लिया संज्ञान में जिसमें 4 मामले मंडला के माँगा जवाब…

199

 


रेवांचल टाईम्स – भोपाल, बुधवार 10 जुलाई, 2024’ को 14 मामलों को लिया संज्ञान में
वही मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’14 मामलों में’ संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
जिसमे 4 मामले मण्डला जिले के हैं। आयोग ने संबंधितों से जवाब मांगा है।

मण्डला जिले के 4 मामले जो समाचार पत्रों मे प्रकाशित हुए थे जिसमें प्रथम दृष्टया मानव अधिकार का उल्लंघन है ऐसे मामले को संज्ञान मे लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है। इस बात की जानकारी कार्यालय प्रभारी म. प्र. मानव अधिकार आयोग-मित्र, शिकायत प्रकोष्ठ शाखा मण्डला के वरूण विकास नीखर ने दी है।

45 घंटे की तलाष के बाद घटना स्थल से दो किमी आगे मिला युवक का शव

मंडला जिले के नैनपुर के हालोन नदी में घटित हुए हादसे में पानी में बह गए युवक का शव 45 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बरामद हुआ। घटना स्थल से लगभग दो किमी आगे मृतक निखिल का शव खुर्सीपार और मढदेवरी ग्राम के बीच पानी में उतराता दिखाई दिया। जानकारी के अनुसार नैनपुर निवारी निवासी मृतक निखिल धुर्वे अपने एक अन्य साथी ग्राम सरां निवासी अभिलाष भलावी के साथ दोपहिया वाहन से घंसौर जा रहा था। पिंडरई के आगे आलोन नदी के पुल के ऊपर बहते पानी में पार करते समय दोनों युवक पानी के तेज बहाव में वह गये। इनमें से एक युवक अभिलाष को तैराकी आने की वजह से बच गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला से मामले की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राषि के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

खतरनाक सफर: वाहनों में बैठाए जो रहे क्षमता से अधिक बच्चे

मंडला जिले में नवीन षिक्षा सत्र शुरू होते ही वाहन संचालकों की मनमानी शुरू हो गई है। कई वाहनों को स्कूलों के बच्चों को परिवहन करने में लगाया गया है। इसमें जीप, वेन से लेकर आॅटो वाहन भी शामिल है। इसमें क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है। स्कूल का समय मिलाने के लिए वाहन तेज गति से दौड़ाए जा रहे हैं एवं स्कूल वाहन से जुड़े किसी नियम का पालन नहीं हो रहा है। नियमांे का पालन नहीं होने से बड़ा हादसा हो सकता है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी तथा आरटीओ, मंडला से मामले की जांच कराकर स्कूल जाने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

अंजनिया में दबंगो ने पानी निकासी की बंद बारिष के पानी से तलाब बनी सड़क

मंडला जिले के अंजनिया ई ग्राम पंचायत में ग्रामीण की मनमानी से ग्रामीण परेशान है। दबंग ग्रामीण ने जल निकासी को मुरम डालकर बंद कर दिया है। जिससे बारिश का पानी सड़क पर भर गया। सड़क पर पानी भरने से ना सिर्फ स्कूली बच्चे बल्कि ग्रामीणों की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे सड़क तालाब में तब्दील हो रही है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

एक सप्ताह से गांव में नहीं पहुंच रहा पेयजल

मंडला जिले के टाटरी में जल जीवन मिशन के तहत किए गए पेयजल टंकी निर्माण में ठेकेदार द्वारा वरती गई लापरवाही का खमियाजा ग्रामीणों को भुगताना पड़ रहा है। टंकी बनाते समय गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने से पेयजल टंकी में रिसाव के चलते पेयजल सप्लाई पिछले 5 दिनों से बंद है। पिछले साल भी ठेकेदार ने पानी टंकी में रिसाव के चलते वाटरप्रूफ पेंट किया गया था। पीएचई अधिकारियों एवं ठेकेदार की मिलीभगत के चलते घटिया निर्माण कराया गया। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं कार्यपालन यंत्री, पीएचई विभाग, मंडला से मामले की जांच कराकर शीघ्र पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

instagram 1
Leave A Reply

Your email address will not be published.