पढ़ाई को तपस्या के रूप में स्वीकार करें – डॉ. सिडाना

कलेक्टर ने किया प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन की कक्षाओं के लिये चयनित विद्यार्थी तथा पालकों से संवाद

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मंडला 4 जुलाई 2024

     प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन के तहत संचालित होने वाली नीट तथा जेईई की कोचिंग कक्षाओं के लिये चयनित विद्यार्थी, पालक तथा शिक्षकों से संवाद करते हुये कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने कहा कि लक्ष्य को पाने के लिये योजनाबद्ध प्रयास नितांत आवश्यक हैं। किसी भी क्षेत्र में की गई मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। जिंदगी को सफल बनाने के लिये मेहनत करने की आदत होना जरूरी है। उन्होंने कोचिंग के लिये चयनित विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वे पढ़ाई को तपस्या के रूप में स्वीकार करें। कन्या परिसर सेमरखापा के ऑडीटोरियम में सम्पन्न हुये इस कार्यक्रम में उप संचालक कान्हा पुनीत गोयल, सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट, प्रभारी सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग क्षमा सराफ सहित संबंधित उपस्थित रहे।

कलेक्टर ने कहा कि प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन के तहत कक्षाओं का संचालन 15 जुलाई से प्रारंभ होगा। इन कक्षाओं में विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा अध्यापन कार्य किया जाता है, ऑनलाईन वीडियो लेक्चर भी उपलब्ध रहते हैं। नियमित रूप से उपस्थित रहते हुये शिक्षकों तथा संसाधनों का बेहतर उपयोग करें। डॉ. सिडाना ने शिक्षकों से आव्हान किया कि वे स्वयं को अपडेट रखते हुये पूर्व की भॉति बच्चों को मार्गदर्शन प्रदान करें। इसी प्रकार उन्होंने पालकों से बच्चों कक्षाओं में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने की अपील की। इस अवसर पर उप संचालक कान्हा पुनीत गोयल ने कहा कि विद्यार्थियों में जिज्ञासा होना जरूरी है। प्रत्येक चीजों से सीखने का प्रयास करें। जब तक सही जबाव प्राप्त न हो प्रयास जारी रखें। बार बार रिवीजन करें। सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट ने कहा कि किसी भी परीक्षा की तैयारी करते हुये उसके सिलेबस की जानकारी होना नितांत आवश्यक है। अध्ययन के लिये पुराने वर्षों के पेपर्स की सहायता लें। परीक्षा में पेपर को समय पर हल करने के लिये सतत अभ्यास जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक अखिलेश उपाध्याय ने किया।

 

पुस्तकों से दोस्ती करें

 

कलेक्टर डॉ. सिडाना ने कहा कि किसी भी विषय वस्तु की अवधारणा को समझाने के लिये किताबों से अध्ययन करना जरूरी है। विद्यालय के पुस्तकालय में पर्याप्त मात्रा में स्तरीय किताबें उपलब्ध कराईं गईं हैं जो परीक्षा की तैयारी में मददगार साबित होंगी। सभी विद्यार्थी मोबाईल और टीवी आदि से स्वयं को दूर रखते हुये पुस्तकों से दोस्ती करें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों तथा विद्यार्थियों की आवश्यकता के अनुरूप आने वाले समय में और भी पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।

 

गलतियों से सीखते हुये आगे बढ़ें

 

कलेक्टर ने कहा कि ज्ञानार्जन की कक्षाओं में नियमित रूप से टेस्ट आयोजित किये जाते हैं, सभी विद्यार्थी इन टेस्ट परीक्षाओं में अनिवार्य रूप से शामिल हों। टेस्ट से हमारी कमजोरियां सामने आती हैं और सुधार करने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि टेस्ट के परिणाम का विश्लेषण करें, शंकाओं का समाधान प्राप्त करें तथा गलतियों से सीखते हुये आगे बढ़ें।

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