अतिथि शिक्षक के आवेदन, के लिए आवेदकों को मिल रही दर-दर की ठोकर, शिक्षा विभाग का काला चेहरा उजागर…
रेवांचल टाईम्स – मंडला, जिले विकास खण्ड वीजादांडी के शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जमठार में अतिथि शिक्षकों की आवश्यकता के लिए विज्ञापन निकाला गया था, लेकिन आवेदन जमा करने पहुंचे आवेदकों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। आवेदकों ने बताया कि जब वे अपने फॉर्म जमा करने के लिए जमठार विद्यालय पहुंचे, तो शिक्षकों ने उनके फॉर्म जमा करने से इनकार कर दिया और उन्हें एक शिक्षक से दूसरे शिक्षक के पास नचाया गया और अंत में अपमानजनक तरीके से भगा दिया।
वही आवेदकों का कहना है कि शिक्षकों ने उन्हें “यहां से भागो, यहां कोई फॉर्म जमा नहीं होंगे” कहकर धूतकारा गया । आवेदकों को यह भी बताया गया कि यदि उन्हें शिकायत करनी है तो बीईओ (ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर) या जिला अधिकारी को बता दें, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। विद्यालय के शिक्षकों का कहना था, “हम जितने हैं, उतने ही मिल जुल कर पढ़ा लेंगे और विद्यालय चला लेंगे तुम बाहरी लोगों का ना तो यहाँ कोई काम है औऱ न जरूरत तुम चाहे जहाँ चाहो शिकायत कर दो कुछ नहीं होने वाला।”
इस मामले में जब आवेदकों ने बीईओ से बात की, तो बीईओ ने कहा कि 9वीं और 10वीं छोटी कक्षाएं हैं, जिन्हें कोई भी पढ़ा सकता है। बीजाडांडी विकासखंड के शिक्षाधिकारी अवधेश दुबे ने भी फॉर्म जमा करने से मना कर दिया और कहा कि अतिथि शिक्षक की आवश्यकता हेतु कोई आदेश या विज्ञापन नहीं आया है। जब आयेगा तब देखेगे एभी तो यहां से जाओ
एक शिक्षित बेरोजगार का आज रोजगार के लिए किन किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है और इन पर किसी को दयभी नही आ रही हैं वही आवेदकों की इस दुर्दशा और शिक्षा विभाग की लापरवाही ने एक बार फिर से विभाग के काले चेहरे को उजागर कर दिया है। कि आवेदकों ने जिला प्रशासन से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
वही एक ओर देश का युवा बेरोजगारी की आग में जलता हुआ अपना पेट पालने के रास्ते तलाश कर रहा है और शिक्षा विभाग ऐसे ग़ैरजिम्मेदाराना क्रियाकलापों से युवाओ के छालों पर यह कह कर नमक लगाने का काम कर रहा की विज्ञापन ही नहीं निकला वहीं पीड़ित का कहना है की यदि विज्ञापन नहीं निकला तो क्या मुझे स्वप्न में भगवान ने दर्शन दे कर कहा की जमठार में अतिथि शिक्षक की जगह खाली है तुम विज्ञापन देखकर फ़ार्म भर दो, मेरे पास तो ये विज्ञापन भी है जिसे देख कर मैंने फ़ार्म भरा और इतनी दूर पैसे खर्च कर के आवेदन करने आए हैं ।