नैनपुर महाविद्यालय में कीचड़ से सना परीक्षा केन्द्र का रस्ता प्राचार्य का अव्यवस्थाओं पर नहीं ध्यान,दलदल बना मैदान
रेवांचल टाईम्स – मंडला, ज़िले के नैनपुर में सरकार ने गांव से लेकर शहर तक चाहे आवागमन के लिए सुरक्षित सड़क हो,उच्च शिक्षा हो,सुलभ स्वास्थ्य चिकित्सा हो,सभी क्षेत्रों में इतना विकास किया है कि जगह जगह एक और नेता अपनी सरकार का अपने क्षेत्रों में विकसित भारत का मंच से डिंडौरा पीटते थकते नजर नहीं आते ओर तो ओर देश मे हर शहर मे अब सड़को का जाल फ़ैल चूका हे लेकिन वही नैनपुर विकासखंड का एकमात्र उच्च शैक्षणिक संस्था शासकीय महाविद्यालय के मुख्य गेट के सामने इन दिनों दलदल से भरा भारी भरकम कीचड़ से एक ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है। मानो जैसे प्रोढ़शिक्षा की संस्था हो जो फोटो मे साफ साफ नजर आ रहा जहां महाविद्यालय में अभी भी परीक्षाए चल रही है और विधार्थी इसी रास्ते से परीक्षा केंद्र जाते है महाविद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं,छात्र-छात्राएं स्टाफ का भी प्रतिदिन आना जाना लगा रहता है। उसके बाद भी अभी तक कालेज प्राचार्य व जन भागीदारी समिति का इस कीचड़ से भरे दलदल की अव्यवस्थाओं की और कोई ध्यान नहीं।
अव्यवस्थाओं से घिरा शासकीय महाविद्यालय
मिली जानकारी अनुसार शासकीय महाविद्यालय में हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं अध्यनरत है। परंतु महाविद्यालय में जहां देखो वहां अव्यवस्थाओं से भरा पड़ा है कहीं कक्षा रूमों में पानी भरा रहना,टूटे-फूटे खिड़की दरवाज़े,छतों से पानी टपकना, मुख्य प्रवेश द्वार के सामने कीचड़ से भरा दलदल, कॉलेज में ऐसी अनेक अव्यवस्थाओं देखने को मिलेगी। परंतु इन अव्यवस्थाओं का निराकरण करने जन भागीदारी समिति और प्राचार्य किसी का भी इस ओर ध्यान नहीं। जिसका खामियाजा दूर दराज से आने वाले छात्र-छात्राओं को झेलना पड़ रहा है। आखिर अभी तक कॉलेज प्रवेश द्वार के सामने दलदल से भरे कीचड़ की सुगम आवागमन की व्यवस्था को बनाने किसी ने शुद्ध नहीं ली। या तो कोई दुर्घटना की राह देख रहे उसके बाद व्यवस्था बनाई जाएगी। छात्र छात्राओं ने बताया कि हमारे द्वारा जन भागीदारी समिति व प्रचार को अनेकों बार समस्याओं से अवगत कराया गया परंतु समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा अब देखना होगा कब तक इन परेशानियों से निजात मिलेगी।