छात्रावास अधीक्षका को प्राचार्य ने भेजा नोटिस. मांगा जबाव..,,मामला कन्या शिक्षा परिसर चटुआमार मंडला का

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रेवांचल टाईम्स – मण्डला बीते दिनों कलेक्टर मंडला को कन्या शिक्षा परिसर चटुआमार में पदस्थ विद्यालय प्राचार्य योगेन्द्र कुमार डोंगरे की शिकायत की गई थी। आरोप था कि इनके द्वारा प्रवेश नियम 2024-25 के विरूद्ध बाहरी छात्रों को एडमिशन स्वेच्छाचारिता चारित्रहीनता एवं वित्तीय अनियमित्ताओं को संज्ञान में लेकर हटाने मांग की गई थी। शिकायत में पालक एवं छात्रों के नाम उल्लेख किए गए थे इस संबंध में शिकायत करने वाली अनेक छात्रों ने बताया कि उन्हें आवेदन देने के नाम पर कलेक्टर कार्यालय ले जाया गया था अधिकांश छात्रों ने न तो आवेदन में हस्ताक्षर किए है और न ही उन्हे इस संबंध में जानकारी है। वहीं इस मामले पर विद्यालय प्राचार्य द्वारा एक अधीक्षका का नाम सामने आने के बाद नोटिस जारी किया गया है। कन्या शिक्षा परिसर चटुआमार में पदस्थ प्राचार्य योगेन्द्र कुमार डोंगरे ने पदस्थ श्रीमति प्रतिभा मेरावी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है अधीक्षका छात्रावास क्रमांक 02 में पदस्थ प्रतिभा मेरावी को पत्र क्रमांक 863/2024 दिनांक 29.07.2024 को भेजे पत्र में कहा गया कि आपके द्वारा मोबाईल के माध्यम से पालकों को बुलाया जाता है और अन्य अधीक्षिका व प्राचार्य की शिकायत करने के लिए कलेक्टर के पास भेजा जाता है इसी के साथ छात्राओं के एडमिशन प्रक्रिया इत्यादि करनी हैं किंतु आप आपने समस्त पालकों को जो कि पूरक परीक्षा दसवीं के थे उन्हें बुलाकर शिकायत करवाई गई है। जबकि ये बच्चें ग्यारवीं में प्रवेश नही ले सकतें वहीं छात्रावास में प्रतिदिन 30 छात्रावासों के रोटी बनवाने का काम करवाया करती हैं। भोजन में हरि सब्जी नही देती हैं और अन्य सब्जी में भी गुणवत्ता का आभाव रहता है नाश्ते में केवल पोहा दिया जा रहा है। पालकों को गलत जानकारी देकर शिकायत कराई जाती है। जो कि शासकीय सेवा के विपरीत है। वहीं छात्रों की यूनीफार्म और प्रसाधन सामग्री गुणवत्ताहीन होने की बात कहीं गई है जबकि समिति सदस्य के रूप में आपके हस्ताक्षर हैं। तो दूसरी तरफ वर्ष 2024-25 का कोई फंड विद्यालय को अब तक नही मिला है। इसके बाद भी प्राचार्य के द्वारा संचालन किया जा रहा है। आपके द्वारा असामाजिक तत्वों को स्कूल बुलाया जाता है और विवाद की स्थिति कराई जाती है जबकि आप यहां पर अटैचमेंट पर पदस्थ हैं तीन दिवस के अंदर स्पष्टीकरण का जबाव मांगा गया है। वहीं कलेक्टर कार्यालय शिकायत करने पहुंचे एक छात्रा और उसके पालक ने नाम न छापने की शर्त में बताया कि उन्हे गुमराह करके लाया गया था वहीं उन्होंने दबीं जुबान पर एक अधीक्षका नाम भी लिया है। वहीं कहा है कि इस शिकायत से उनका कोई लेन देन नही है। वहीं प्राचार्य ने बताया कि पिछले वर्ष कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम काफी निराशजनक रहा है मात्र 33 प्रतिशत परिणाम आया लिहाजा कड़े निर्देशों के साथ व्यवस्था में अनेक परिवर्तन किए गए जिसका कई शिक्षक विरोध कर रहे हैं और इनके द्वारा छात्रों और पालकों को गलत जानकारी दी जा रही है। नियम के अनुसार पूरक आई छात्रों को केवल अस्थाई प्रवेश ही दिया जा सकता है। वहीं फेल हो चुकीं छात्रों को पुन: प्रवेश नही दिया जाना है इस तरह के आदेश आयुक्त जनजाति कार्य विभाग से जारी किए गए हैं।

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