तहसील मुख्यालय घुघरी के गांव गांव में बिक रही देशी विदेशी शराब.. दुकान एक और ठिकाने अनेक..आबकारी विभाग कोमे में…
रेवांचल टाइम्स – मंडला, देश हो या प्रदेश वा ग्रामीण इलाके में तेजी से सड़क दुर्घटनाओं की खबरे हर दिन देखने और सुनने में आती रहती हैं। इस शराब की लत से कहीं कोई अपना बिछड़ता तो कहीं मित्रगण एक दूसरे से बिछड़ रहे है
आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में सड़क दुर्घटना आम बात हो गयी है, जिसमें ज्यादातर नौजवान ही शामिल हैं और इसका मुख्य कारण नशे की हालत में वाहन चलाना होता है फिर चाहे सूखा नशा हो या शराब का नशा हो..सरकार कितने भी अंकुश लगा ले फिर भी नशामुक्त होना नामुमकिन सा प्रतीत होता है। वैसे तो शराब के लाइसेंसी ठेके एक है। पर उन ठेके की शराब गांव गांव में आसानी से परोसी जा रही है जहाँ एक तरफ बेरोजगारी नगर गांव में काम न होने के कारण नशा का चलन तेजी से युवा पीढ़ी इसकी गिरफ़्त में जा रही है और शराब विक्रय भी एक बड़ी समस्या है..सरकार से लेकर जिले के मुखिया भी नशामुक्ति में अपना पूर्ण सहयोग देते हैं लेकिन जब तक जिम्मेदार सख्त रवैया नहीं अपनाते अंकुश लगना मुश्किल है..
वहीं सूत्रों कि माने तो आज शराब की तो आज हर स्तर का युवा बलिक हो या नाबालिक के साथ साथ महिला भी नशे की गिरफ्त में देखी जा रही हैं, औऱ शराब का सेवन हो रहा है कुछ छोटे पैमाने पर तो कोई विस्तृत रूप में लेकिन इससे मानव जीवन खतरे में ही नजर आता है..कोई शराब की वजह से अपनों से दूर हो रहा है तो कोई शराब की लत से न चाहते हुए भी अपनों से दूर चला जा रहा है..
ऐसा ही कुछ नजारा तहसील मुख्यालय घुघरी के लगभग सभी ग्रामीण इलाकों में अवैध रुप से कच्ची हाथ भट्टी एवं अंग्रेजी शराब आसानी से उपलब्ध हो जाती है जहां पर घुघरी में लायसेंसी शराब दुकान तो एक है लेकिन आज हर छोटे बड़े गांव में चाहे किराना दुकान कहें या हाॅटल ढाबों पर बेखौफ तरीके से शराब का विक्रय आम बात हो गईं है जिसकी लत से आम आदमी के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
वहीं जब ग्रामीणों से बिक रही शराब को लेकर रेवांचल की टीम के द्वारा घुघरी के अन्य क्षेत्रों का दौरा किया गया तो देखने मिला की यहां के कुछ चाय पान सहित किराना की दुकानों और घरों से अवैध रूप से कच्ची शराब के साथ साथ देशी विदेशी शराब का विक्रय किया जाता है जिसमे सलवाह के क्षेत्र नैझर उमरिया तो कहीं तबलपानी इन सभी गावों में अवैध रूप से शराब का विक्रय तेजी से चल रहा है। और जिनको जिम्मेदारी दी गई है वो भी त्यौहार के समय ही केवल अपनी हाजरी लगाते हैं..और शिकार वो बनते हैं जो महुआ हाथ भट्टी की शराब बनाने और बेचने वाले होते हैं…बाकि अंग्रेजी शराब का विक्रय तो पूरे जोरों से चलता है..
वहीं सूत्र बताते हैं कि लाइसेंसी शराब दुकान से गाड़ियां भर भर के घुघरी के पूरे क्षेत्र में पहुँचाई जा रही हैं। शराब ठेकेदार की अनेकों गाड़ीयो से जगह जगह गाँव के कोने कोने तक शराब पहुंचाती हैं जिससे शराब का विक्रय अधिक हो और शराब ठेकेदार अपनी कमाई को दिन दुगनी रात चौगनी तरक़्क़ी कर रहा है.
जिम्मेदार तो केवल खानापूर्ति करके अपनी जिम्मेदारी पूर्ण करते हैं, कच्ची और पक्की शराब तो मानो पानी की तरह गांव गांव में धड़ल्ले से बिक रही है लेकिन आबकारी विभाग के संरक्षण के चलते कार्यवाही केवल उन्ही लोगों पर होती है जो थोड़ा-बहुत कच्ची शराब बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं जबकि अंग्रेजी शराब बेचने वालों को तो आबकारी विभाग अभयदान देकर रखा है क्योंकि आबकारी विभाग को समय समय पर उनका हिस्सा पहुंच जाता है..
वहीं सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दिनों सलवाह चौकी के अंतर्गत वरवानी टिकराटोला में शराब के नशे में पति ने पत्नि की पीट पीटकर हत्या कर दी जिसकी वजह से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया पर किसी को क्या सबको अपनी जेब की ही चिंता सताती है।
वही अगर लोगों की माने तो आज गांव गांव में बढ़ते अपराध का कारण कहीं न कहीं बेरोजगारी के चलते आज युवा पीढ़ी तेजी से नशे की ओर जा रहा है और नशे में अपराध को अंजाम दे रहा है मंडला जिले में अधिकांश अपराध केवल नशा की लत के चलते ही सामने आ रहें है और ये अबैध शराब जो नगर से लेकर कस्बों और कस्बों से लेकर गांव गांव तक लाइसेंसी ठेकेदार अपना ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के चलते अपनी निजी बिना नम्बरों के वाहनों में भर भर के गली गली गाँव गाँव कुचियो के माध्यम से बिकवाया जा रहा है जिसकी पूरी जानकारी स्थानीय पुलीस प्रशासन और जिला आबकारी विभाग जिम्मेदार कर्त्तव्य निष्ठावान अधिकारियों का कही न कही निजी हित जुड़ा हुआ है और आज अबैध शराब की बिक्री जोरो पर है सरकार को राजस्व पहुँचे न पहुचे पर जिम्मेदारो का जरूर राजस्व में बढ़ोतरी हो रही हैं जिम्मेदारो को किसी के भविष्य या किसी के घर उजड़े कोई मतलब नही है, और अधिकांश मौत शराब की लत की वजह से औऱ परिवार टूटते नजर आ रहे हैं जिसका कारण कहीं न कही संबंधित विभागों के द्वारा शराब विक्रय करने वालो को संरक्षण दिया जा रहा है, क्या इन शराब विक्रय करने वालो पर कार्यवाही होगी या सब ऐसे ही चलता रहेगा।
इनका कहना है..
हमारे क्षेत्र में देशी विदेशी दोनों शराब जिधर देखो वही आसानी से लोगो को मिल जाती है जबकि लाइसेंसी दुकान घुघरी में है, शराब की गाड़ी हफ्ते में एक दो बार खपत के अनुसार आती है जो शायद घुघरी शराब दुकान से आती है।
सोना कुशराम
सरपंच तबलपानी घुघरी
सलवाह क्षेत्र में अनेक ऐसी बेनामी शराब दुकानें है जहां पर अवैध रूप से सभी प्रकार देशी विदेशी शराब आसानी मिल रही है ठेका तो घुघरी में पर घुघरी शराब दुकान से गाड़ी भर भर कर आती है और उनके कुचियो के माध्यम से पूरे क्षेत्र में शराब की सप्लाई करती है, इन्हें कोई रोकने वाला है न टोकने वाला है ये बड़े बड़े अधिकारियो की सहमति से ही सब संभव है ग्रामीण कुछ नही कर सकते हैं।
महेंद्र उइके
सरपंच सलवाह मंडला
नैझर में तो शराब कई जगह मिल जायेगी यहां पर पहले बिछिया से आती थी लेकिन अब घुघरी और मोहगांव से शराब की गाड़ी आती है जो कि शराब सप्लाई करती है कच्ची शराब तो हर टोला मोहल्ला में मिलती है।
रामलाल
ग्राम वासी नैझर घुघरी