वैध रेत का खुला अवैध कारोबार.. स्थानीय प्रशासन औऱ खनिज विभाग की भूमिका हुई संदिग्ध, रेत ठेकेदार (रेत चोर) कर रहे नदी नालों का सीना छलनी जलीय जीवों के जीवन को उतार रहे मौत के घाट…
रेवांचल टाइम्स मंडला- आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में अनेक शिकायतों के बाद और कितनी ही लोगों की जान ले चुके रेत से भरे डम्फर ट्रेक्टर फिर भी जिले में बैठे खनिज विभाग की उदासीनता कहें जो की अनेक अमूल्य जीवन लेने के बाद भी आज तक जिला खनिज विभाग अवैध उत्खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई न होना कहीं न कहीं मौन संरक्षण प्रदान करती नजर आती है..
ऐसा ही नया कारनामा तहसील मुख्यालय घुघरी का सामने आया है, जहां वर्तमान में बारिश समाप्त हुई तो पर नदियों में अभी पानी भी कम नहीं हुआ है और रेत चोर मौषम खुलने का इंतज़ार ही कर रहे थे जैसे ही बारिश बन्द हुई और अपनी बड़ी बड़ी मशीनें नदी में उतार कर रेत निकासी चालू कर दी गई है और अवैध कारोबार करने वाले या रेत ठेकेदार के साथ रेत चोर भी अपनी विभागो की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं…
अनेक शिकायतों के बाद भी मौन खनिज विभाग..
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में बैठे जिला खनिज अधिकारी जिनको अबैध उत्खनन से कोई लेना देना नही दिखाई पड़ रहा हैं, जबकि रेत हो या क्रेशर हो या फिर अबैध उत्खनन पर देखरेख करने की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई न होना कहीं न कहीं मौन संरक्षण की ओर इशारा करता है..
जलीय जीवों का जीवन कर रहे तबाह.
नदी नालों में जलीय जीव चाहे मछलियां कहें या केकड़े या अन्य जीव जंतु जिनको भी में सुरक्षित रखने के लिए शासन प्रशासन पहल करती है और आम नागरिकों को मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन आज जिले में जलीय जीवों को माटी मोल कर दिया गया है..
बड़ी बड़ी मशीनों से बेखौफ चल रहा अवैध उत्खनन..
रेत का अवैध कारोबार करने वाले नियम को भी ताक में रखकर बड़ी बड़ी मशीनों से रेत खनन करते नजर आते हैं..
रायल्टी के नाम पर गेट पास..
राजस्व की कर रहे चोरी…
स्वीकृत खदानों में अधिकांश जगह देखने मिलेगा की रायल्टी तो बहुत कम ही मिल रही है..सभी जगह गेट पास के जरिए रेत निकासी चल रही है….
रकवा कहीं और स्वीकृत और रेत निकासी कहीं और..
तहसील मुख्यालय घुघरी में भी खनिज विभाग की ओर से स्वीकृत खदाने तो हैं लेकिन रेत की निकासी स्वीकृत रकवा नंबर की भूमि की जगह किसी अन्य रकवा से निकासी की जा रही है…
आखिर रेत चोरी क्यों न हो क्योंकि कहीं न कहीं रेत उत्खनन के अवैध कारोबार में जिला खनिज विभाग की मुख्य भूमिका नजर आती है..
आखिर बेखौफ तरीके से रेत उत्खनन अपनी चरमसीमा पर है जिला खनिज विभाग ठेकेदार के आगे नतमस्तक नजर आ रहे हैं जिस कारण से बेख़ौफ़ उत्खनन जारी है…