शिक्षा के मंदिर में प्रधान अध्यापिका की मनमानी
रेवाचंल टाइम्स नैनपुर शासन प्रशासन के द्वारा शिक्षा व्यवस्था को सुचारू एवं सुगम बनाने के लिये एवं गांव गांव और कस्बा टोला मै स्कूल भवनो का निर्माण कराया गया है ताकि शिक्षा का क्षेत्र बढे एवं गॉव गांव में कोई भी बच्चा अनपढ न रहे सभी बच्चे शिक्षित हो जिससे देश एवं समाज में शिक्षा का क्षेत्र उन्नत हो शिक्षा उन्नत होगी तो देश के बच्चे पढ़ लिखकर उन्नती करेंगे जिसके लिये सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये प्रयासरत है वहीं सभी स्कूलों में शिक्षा देने के लिये शिक्षकों की भर्ती कराई गईं है और इन शिक्षकों के द्वारा देश के भविष्य का निर्माण किया जाता है। ये शिक्षक देश के भविष्य निर्माता कहे जाते हैं पर जब इन शिक्षकों के ऊपर ग्रामीणों के द्वारा शिकवा शिकायत व आरोप लगाऐ जाते हैं तब शिक्षा देने वाले ये शिक्षक अपना दायित्व भूल कर कर्तब्य से विमुख हो जाते हैं तो शिक्षा का स्तर नीचे गिरने लगता है। शिक्षक अपना दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही बरतने लगे और मनमाने ढंग से स्कूल आता जाना शुरु कर दे ऐसे में ग्रामीण लोग अपने बच्चों के भविष्य को लेकर मजबूरन अधिकारियों को लिखित रूप मे शिकायत करती पड़ती है।
नैनपुर विकासखंड की शासकीय प्राथमिक शाला चरी में पदस्थ प्रधान अध्यापक श्रीमति देवकी झारिया को हटाये जाने की मांग चरी गांव के ग्रामीणों ने की है ग्रामीणों ने श्रीमति देवकी झरिया शिक्षिका के खिलाफ आरोप लगाया है कि मनमाने रवैए से डियूटी कर रही है वे बच्चों को सही ढंग से नहीं पढाती है तथा समय पर स्कूल नहीं आती है’ वे शाला में कभी ग्यारह बजे तो कभी बारह से एक बजे आती है तथा तीन बजे डियूटी छोड़कर चली जाती है उक्त शिक्षिका से बच्चों के पालकों द्वारा बोले जाने पर उनके द्वारा कहा जाता है कि आप लोगों को जहाँ शिकायत करता है वहाँ कर दो अभिभाव के द्वारा यह भी कहा गया है कि उक्त शिक्षिका के द्वारा क्षात्र-छात्राओं के स्थायी जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिये बच्चों के पालकों से 100-100 रुपये लिये गये साथ ही खाली बिल बाउचरों में
पालक शिक्षक संघ के अध्यक्ष से हस्ताक्षर करवाने हेतु दवाब डाला जाता है इस संबंध में ग्रामवासी एवं अभिभावकों के द्वारा पूर्व में बी आर सी. एवं जन शिक्षा केंद्र भरवेली संकुल पिंडरई को भी सूचना देकर उक्त शिक्षिका को हटाने की मांग की गई थी और विकास खंड शिक्षा अधिकारी नैनपुर को भी सूचना दी गई थी जिस पर बी ई ओ के द्वारा टीम गठित कर जांच कराई गई जिसमें जाँच टीम के द्वारा पंचनामा बनाकर गांव के लोगों के हस्ताक्षर कराये गये और आश्वासन दिया गया कि उन्हें हटाकर दूसरा शिक्षक नियुक्त किया जायेगा लेकिन ग्रामीणों के साथ छवाला हुआ मजबूर होकर ग्रामीणों ने 181 में भी शिकायत की उस में भी किसी प्रकार का निराकरण नहीं निकला तब जाकर उन पालकों के द्वारा जनसुनवाई में आकर लिखित शिकायत देकर उक्त शिक्षिका का स्थानांतर करने की मांग की अब देखना यह है कि इन अभिभावक पालकों को क्या जनसुनवाई में आवेदन देने के बाद निराकरण हो पायेगा या श्रीमति देवकी झरिया की मनमानी चलती रहेगी
इनका कहना है
1. हमारे द्वारा जन शिक्षक केंद्र छतरबाड़ा बी ई ओ मैडम एवं 181 में शिकायत की गई लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई
गंभीर मरावी
पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत जलतरा (चरी)
2. ग्रामीण जनों को लेकर मैडम को बार बार अवगत कराया गया पर मैडम के द्वारा कहा जा रहा है कि जहाँ लगे वहाँ शिकायत कर दो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
महेश परते
पालक संघ अध्यक्ष चरि