पर्सेंटेज की लालच ने बनाया कम्प्यूटर ऑपरेट औऱ हॉकर को ठेकेदार बिना दुकानों के लगाते हैं, मटेरियल सप्लायर के फर्जी बिल…
रेवांचल टाइम्स – मंडला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला में ये आलम है कि जिले की किसी भी जनपद औऱ उनके अधीनस्थ ग्राम पंचायतों में आज भ्रष्टाचार रूकने का नाम नहीं ले रहा है और अवैध कारोबार और भ्रष्टाचारियों ने अपनी सीमाओं को भी बढाना शुरु कर दिया है।
जिले में कम्प्यूटर ऑपरेटर कर रहे है लाखो करोड़ो का गबन घोटाले
वही जानकारी के अनुसार मंडला जिले की जनपद नैनपुर, में भी कम्प्यूटर ऑपरेटर सरकारी पैसा निकाल लिया और अपने चहेतों के खातों में डालता रहा और जिम्मेदार मुख्य कार्यपालन अधिकारी इमानदारी से चैन की नींद सोते रहें, वही दूसरा मामला भुआ बिछिया जनपद के हुआ जहा पर भी एक कम्प्यूटर ऑपरेटर ने लाखों करोड़ों का मेट घोटाला कर दिया यहां भी वही नैनपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद मरावी जी की डी एस सी के माध्यम से ग़बन घोटाला हो गया और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पता ही नही चला जब चला तो फिर वही जबाब की हम जांच कराएगें आखिर किसकी कम्प्यूटर ऑपरेटर की जो आपके अधीनस्थ है और आपकी ड़ी एस सी से सरकारी राशि निकाल कर अपने चहेतो के खातों में डाल दिया और इन को पता ही नही चला,
वही तीसरा मामला निवास के खंड शिक्षा अधिकारी के यहाँ का की जहाँ पर भी एक कम्प्यूटर ऑपरेटर ने मरे लोगो को लगातार तनख़्वाह देते रहे और साहब को पता ही नही चला और चलेगा भी कैसे जब साहब लोग समय समय कार्यालय में आये बैठें ओर देखे की क्या चल रहा कौन की जबाबदेही क्या है इन्हें तो केवल आने और जाने का समय पता रहता है क्योंकि जिम्मदारी पद कमिशन औऱ सीनियर के बल में मिल गया पर उस पद का सही निर्वाहन करने में सक्षम नज़र नही आ रहे है, तभी कम्प्यूटर ऑपरेटर ही सब कर रहे और आज उन्हें खुद ही जिम्मेदारी सौपी है और पकड़े जाने पर उन्हें दोषी बनाया जा रहा है ये कौन सा नियम है कि बिल्ली को दूध की रखवारी दी जा रही है, जब बिल्ली को मौका मिलेगा तो अपनी नियत और अपना ईमान कैसे नही डगमगा सकती है दोषी तो वह है जो इन्हें जिम्मेदारी दी है और खुद मौज कर रहे है और सरकार की पूरी तनख्वाह ले रहे पर अपना काम ईमानदारी से नही कर रहें हैं।
जनपद घुघरी की ग्राम पंचायतों में भी कम्प्यूटर ऑपरेटर बना ठेकेदार
वही जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायतों में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर भी ठेकेदार बम बैठा है और एक निजी समाचार पत्र के हॉकर के साथ मिलकर खुलेआम पुल पुलिया सड़के बना रहे वह ठेकेदार बन बैठे जिन्हें ठेकेदार का ठ भी नही पता है इससे यह अनुमान तो लगाया जा सकता है कि वह कैसे गुणवत्ता के काम होते है जो एक कम्प्यूटर ऑपरेटर ओर एक हॉकर सड़क पुलिया स्टाप डेम बना रहे है और निर्माण एजेंसी पंचायत सब कुछ चुपचाप आँख बंद करके देख रही है, औऱ रही बात निर्माण एजेंसी की तो वह किसी दबाव बस काम दे दी है तो उपयंत्री क्या देख रहा है कैसा मूल्यांकन कर रहे है और कैसे भुगतान किया जा रहा ये समझ के परे हैं।
जिम्मदारों की लापरवाही से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है सरकारी योजनाएं
कहीं कंम्प्यूटर आपरेटर के करोड़ो का गबन हो या फिर मृत लोगों के नाम से वेतन का भुगतान हो मंडला जिले में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है.वैसे ये बिना सहमति और पर्सेंटेज के होना मुश्किल है, कहीं न कहीं जनपद और ग्राम पंचायत की मिलीभगत से ही होता है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा ही एक नया कारनामा तहसील मुख्यालय घुघरी की ग्राम पंचायत घोरेघाट का आया है जहां पर एक दुर्गेश ठाकुर जो कि जानकारी के अनुसार पत्रकारिता हैं, औऱ साथ हो कुछ दिनों से ठेकेदार बन बैठें है औऱ धड़ल्ले सभी पंचायतों में कहीं न कहीं इनके बिल देखने को मिल जायेंगे और हद तो तब हो गई जब ग्राम पंचायत के कम्प्यूटर आपरेटर के साथ मिलकर इन्होने चैक डेम का निर्माण करा दिया जो पूरी तरह गुणवत्ताविहीन बनाया गया जो गुणवत्ता है वह स्टॉप डेम चीख चीख के खुद ही व्यया कर रहा हैं और जब ऐसे लोग जिनको जानकारी निर्माण कार्यों की जानकारी ही नही है कि कितना सीमेंट कितनी गिट्टी कितना रेत से काम किया जाता है तो आप समझ ही सकते है कि आखिर निर्माण कैसे हुआ होगा और निर्माण कार्य की गुणवत्ता क्या होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. वैसे घुघरी जनपद में जितने भी समाचार पत्रों की आड़ में कही न कही भोलेभाले सरपंच सचिवों पर अपना रॉब दिखा कर उन पर दबदबा बना कर ये हाॅकर आज ठेकेदारी का भूत सवार हो रहा हैं, जो कि पत्रकारिता का चोला पहनकर ठेकेदार बन बैठे हैं ये मीडिया का नाम ही खराब करते नजर आ रहे हैं इन्ही जैसों के कारण आज मीडिया की क्या हालत है ये किसी से छुपी नही है जब जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत में बैठे जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी केवल मलाई मारने में लगे रहते हैं, और शासकीय राशि की होली खेलते हैं, तो आखिरकार इन पर कार्रवाई होगी भी कैसे क्योंकि सरकारी धन में सब मिल जुल कर भ्रष्टाचार करने के बाद इनको हिस्सा बराबर मिलता है तो ये भी जानते हैं कि हमारी तो सेटिंग जनपद पंचायत तक हो ही जायेगी, जिसके चलते बेखौफ होकर भ्रष्टाचारियों ने शासकीय राशि को फर्जी बिल बाउचरों के माध्यम से दिन रात लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते और रात दिन जनपदों में बैठकर फर्जी बिलों को पास कराने में पर्सेंटेज देकर अपनी तिजोरी भरते नजर आ रहे हैं, औऱ धडल्ले से सरकारी धन में भ्रष्टाचार मचा रखे हुए है। क्योंकि दूध की रखबारी बिल्ली के जिम्मे में दे दी गई हैं।
इनका कहना है.
गुटका नाला में चैक डेम बन चुका है, जिसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत है लेकिन दबाब बस हमे काम दुर्गेश ठाकुर जो अपने आप को पत्रकार बतलाता है और हमारे यहां का आपरेटर दोनों ने मिलकर बनाया है, जिसमें बिल भी दुर्गेश ठाकुर के ही लगे हुए हैं, ये जो काम हुआ है सेटिंग से जनपद पंचायत से काम लाया गया था जो की ये दोनों ने मिलकर किया है। औऱ आपको तो पता है आजकल सेटिंग से ही जनपद हो या फिर जिला पंचायत सब जगह से काम लाना पड़ता है और जो लाता है वही करता है, हम केवल उनका मुँह देखते हैं।
रेवा मरावी
सचिव घोरेघाट घुघरी
मेरे संज्ञान में आपके माध्यम से जानकारी आई है और पंचायत के कार्य निर्माण एजेंसी होती है पर पंचायत ठेकेदारी या फिर बाहर के व्यक्तियों से कार्य या ठेकेदारी में नही दे सकती हैं और अगर दिया है किसी बाहरी व्यक्ति ने काम किया है तो मैं निश्चित रूप से जांच करके कार्यवाही करूंगा और जो भी दोषी पाया जायेगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही होगी..
गायत्री कुमार सारथी
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जनपद पंचायत घुघरी, मंडला